बुरी खबर: कृषि कानूनों खिलाफ आंदोलन में डटे एक और किसान की मौत

punjabkesari.in Saturday, Jan 02, 2021 - 11:42 AM (IST)

जलालाबाद (टिंकू निखंज, जतिन्दर): काले कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसानी आंदोलन दौरान अनेक ही किसानों की मौत होने की खबरें आम प्रकाशित हो रही हैं। इसी बीच विधानसभा हलका गुरूहरसहाए के अधीन पड़ते गांव माहमू जोईआं के एक किसान की मौत होने की ख़बर मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार किसान कश्मीर लाल पुत्र गुरदास कब्जा कर खेती काले कानूनों के विरोध में किसान जथेबंदियों की तरफ से किए जा रहे संघर्ष में डटे हुए थे।

इस तरह ही खेती काले कानूनों के विरोध में दिल्ली के टिकरी बार्डर पर चल रहे किसानी आंदोलन दौरान पिछले काफ़ी दिनों से धरने में मौजूद थे और 31 दिसंबर को उनकी हालत बिगड़ गई और जिस को बहादुरगढ़ के एक अस्पताल में दाख़िल करवाया गया। उनकी हालत को देखते हुए जब किसान जत्थेबंदियां बीती रात उनके गांव में लेकर आईं तो उनकी अचानक मौत हो गई। किसान नेता नरिन्दर सिंह लायक ने बताया कि यह कश्मीर लाल पिछले काफ़ी लम्बे समय से भारतीय किसान यूनियन की तरफ से दिए जा रहे टोल प्लाजा धरने पर बतौत इंचार्ज के तौर पर काम कर रहे थे और वह भी अपना फ़र्ज़ समझते हुए दिल्ली के टिकरी बार्डर पर आंदोलन में शामिल होने गए थे और जिन की बीती रात अटैक होने के कारण मौत हो गई है।इस ख़बर के मिलते ही पूरे इलाके और किसान जत्थेबंदियों में रोष की लहर दौड़ गई और उसके पारिवारिक सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है। 

Tania pathak