Online Fraud करने वाले ''हैकरों'' की करतूत कर देगी हैरान, करते थे दुगना शिकार
punjabkesari.in Friday, Aug 14, 2020 - 02:25 PM (IST)

लुधियाना (गौतम): लोगों के खाते हैक कर रकम चोरी करने और फिर बिजली के बिल भर कर लोगों को ठगने वाले गिरोह संबंधी फरीदाबाद पुलिस ने पर्दाफाश किया है कि इस गिरोह के मुख्य सरगना झारखंड और बिहार में सक्रिय हैं, जो वहां बैठ कर गिरोह चला रहे हैं। इस केस का खुलासा तब हुआ, जब गिरोह के लोगों ने एक एमएलए के रिश्तेदार के खाते में से भी रकम उड़ाई गयी। जांच दौरान फरीदाबाद पुलिस लुधियाना और जालंधर पहुँची तो लोगों को इस गिरोह संबंधी पता लगा। पुलिस का दावा है कि इस गिरोह से करोड़ों रुपए की ठगी का खुलासा होने की संभावना है।
जानकारी मुताबिक लुधियाना और जालंधर में बिजली और ओर विभाग के बिल भरने के लिए दफ़्तर खोले हुए थे। लोगों का कहना था कि दफ़्तर चलाने वाला नौजवान उनको कहता था कि उन्होंने पंजाब बिजली बोर्ड के बिजली बिल भरने की एजेंसी के लिए हुई है और पहले ही विभाग में उनके पैसे जमा हैं। इस पर उनको 5 प्रतिशत कमीशन मिलता है। वह अपने ग्राहक को घर बैठे ही बिल संचित करवाने और उनको 1 से 2 प्रतिशत कमीशन देने का लालच देते थे। सुविधा को देखते हुए लोग उनको बिल भरने के लिए दे देते थे।
ऐसे करते है काम ?
पंजाब राज्य बिजली बोर्ड के खपतकारों के खातो में पैसे संचित करवाने के लिए इन्होंने पंजाब के अलग -अलग शहरों में बिल भरने का काम करने वाले लोगों के साथ संपर्क किया हुआ था, जिनको वह ज़्यादा कमीशन का लालच देकर अधिक से अधिक ग्राहक जोड़ने के लिए कहते थे। कमीशन एजेंट बिल भरने वाले अपने ग्राहकों को व्हट्सएप पर ही बिजली बोर्ड की तरफ से आए हुए बिल भेजने के लिए कहते थे। बिल अदा करने के बाद वह अपने ग्राहक को बिजली बोर्ड की रसीद भेज कर उनसे अपने नाम का चैक या कैश मंगवा लेते थे और इकट्ठा किया पैसा गिरोह के लोग उनसे आकर ले जाते थे। यह लोग बड़ी -बड़ी फैक्ट्रियों को अपने जाल में फंसाते थे, जबकि पकडे गए नौजवानों ने ख़ुद को बेकसूर बताते कहा कि उन को इस धंधे के बारे कोई जानकारी नहीं थी। वह तो सिर्फ़ कमीशन के लालच में ही काम कर रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा
फरीदाबाद के रहने वाले एक नौजवान ने पुलिस को शिकायत दी कि किसी ने उसके आई. सी. आई. सी. आई. बैंक बीच वाले सेविंग खाते और क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन पैसे निकलवा कर अलग -अलग ऐप के द्वारा आगे भेजे गए हैं, जबकि उसने ख़ुद कोई भी ट्रांज़ैकशन नहीं की है। जांच दौरान पुलिस को पता लगा कि यह पैसे जो कोई ऐप में भेजे गए थे, उनके साथ लुधियाना में पंजाब राज बिजली बोर्ड के बिल का भुगतान किया गया है। जांच में ही पुलिस को उन व्यक्तियों का पता लगा, जिनके बिल भरे गए थे। उन लोगों तक पहुँच करने के बाद पुलिस को कमीशन एजेंटों बारे पता लगा तो सभी गिरोह का पर्दाफाश हुआ।