जालंधर में चल रहा है ऑनलाइन सैक्स रैकेट, PG में रहने वाली लड़कियां होती हैं टारगेट

punjabkesari.in Sunday, May 19, 2019 - 12:58 PM (IST)

जालंधर(कमलेश, महेश): दिवास के नाम से जालंधर में एक ऑनलाइन सैक्स रैकेट चलाया जा रहा है। सैक्स रैकेट को चलाने वाले कॉलेज की लड़कियों को बहला-फुसला कर रैकेट में शामिल कर लेते हैं और उन्हें देह व्यापार के कीचड़ में धकेल देते हैं।

सैक्स रैकेट के चालक अपने ग्राहकों को यह भी दावा करते हैं कि पुलिस की टैंशन न लें उनकी पहुंच ऊपर तक है। इस मामले की सच्चाई जानने के लिए जब ‘पंजाब केसरी’ द्वारा दिवास की वैबसाइट पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया गया तो फोन उठाने वाले ने कहा कि होटल बुक कराओ लड़की उपलब्ध हो जाएगी। व्हाट्सएप पर 15 लड़कियों के फोटो भी भेजे और लड़की पसंद करने के लिए कहा और फुल नाइट सॢवस के बदले 20 हजार रुपए की मांग की और होटल का नाम और रूम नंबर पूछा जिसके बाद पेटीएम के जरिए कैश ट्रांसफर करने के लिए कहा गया और यह स्पष्ट कर दिया कि पेमैंट ट्रांसफर होने के बाद ही लड़की की डिलीवरी दी जाएगी।

पुलिस को जानकारी होने के बाद भी नहीं होती कार्रवाई
पुलिस को ऑनलाइन चल रहे सैक्स रैकेट की जानकारी है, लेकिन पुलिस कुछ कारणों से इन मामलों में हाथ डालने से डरती है। सैक्स रैकेट वाले होटल में ही लड़कियों की डिलीवरी करते हैं, ऐसे में होटल मालिकों की ऊंची पहुंच के चलते भी पुलिस रेड नहीं करती। कई मामलों में एस्कोर्ट सर्विस चला रहे लोगों पर राजनेताओं का भी हाथ होता है।

पी.जी. में रहने वाली लड़कियां होती हैं टारगेट
पी.जी. में रहने वाली लड़कियां सैक्स रैकेट चलाने वालों का टारगेट होती हैं, जो कि अपने पढ़ाई करने के लिए दूसरे राज्यों से आती हैं। रैकेट की महिला ऐसी लड़कियों से संपर्क करती है और उन्हें पैसे का लालच देकर देह व्यापार में धकेलने की कोशिश की जाती है। कुछ कोशिशों में वे कामयाब भी हो जाती हैं। सैक्स रैकेट चलाने वाले सर्विस से होने वाली कमाई से लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उन्हें बहुत कम पैसे देते हैं। पुलिस अगर कार्रवाई करे तो जालंधर में चल रहे इस सैक्स रैकेट का कुछ ही घंटों में भंडाफोड़ हो सकता है।

Vaneet