पंजाब में बचे मात्र 21 स्वतंत्रता सेनानी, सरकार से मांगी 25 हजार रुपए मासिक पैंशन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 24, 2019 - 09:58 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब में स्वतंत्रता सेनानियों की गिनती मात्र 21 के लगभग रह गई है तथा उन्होंने रा’य सरकार से मांग की कि उन्हें मासिक 25,000 रुपए पैंशन दी जानी चाहिए। स्वतंत्रता सेनानी व 94 वर्षीय अविनाश चंद्र छाबड़ा ने आज कहा कि उत्तराखंड में तो स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों को भी पैंशन देने का प्रावधान है। 

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में उत्तराधिकारियों को 5000 रुपए मासिक पैंशन दी जा रही है, जबकि स्वतंत्रता सेनानियों को 20,000 रुपए पैंशन मिलती है। पंजाब में फिलहाल पिछले कई वर्षों से स्वतंत्रता सेनानियों को 7500 रुपए मासिक पैंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह स्वयं सेना में काम कर चुके हैं तथा उन्होंने भारत-पाक के मध्य हुए युद्ध में भी हिस्सा लिया हुआ है। उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों की मांग पर गंभीरता से विचार करते हुए इसे तुरन्त बढ़ाने के निर्देश जारी करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना जीवन देश को आजाद करवाने के लिए लगाया था। अनेकों स्वतंत्रता सेनानी अब नहीं रहे हैं, इनकी गिनती हर वर्ष कम होती जा रही है, जो 21 स्वतंत्रता सेनानी रह गए हैं, उनकी आयु 85 से 95 वर्ष के बीच में है।

छाबड़ा ने कहा कि राज्य में स्वतंत्रता सेनानियों की 100 विधवाओं को भी पंजाब सरकार द्वारा पैंशन दी जा रही है तथा उनकी पैंशन राशि में भी बढ़ौतरी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों को इस समय कैप्टन सरकार ने &00 यूनिट मुफ्त बिजली हर महीने देने का ऐलान किया था परन्तु अभी इसका नोटीफिकेशन होना बाकी है। स्वतंत्रता सेनानियों का प्रतिनिधिमंडल 4 जून को कैबिनेट मंत्री ओ.पी. सोनी से मिला था और उन्होंने इस संबंध में वित्त विभाग से बातचीत की थी। 


 

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