सीमा सुरक्षा बल ने दी किसानों को बड़ी राहत

punjabkesari.in Monday, Jul 01, 2019 - 10:59 AM (IST)

फाजिल्का(लीलाधर, नागपाल): बी.एस.एफ. की 181वीं बटालियन के डिप्टी कमांडैंट ने भारत-पाकिस्तान सरहद पर लगी कंटीली तार पार के किसानों को बड़ी राहत  दी है। अब कंटीली तार के फाटकों के खुलने के समय में 2 घंटे का विस्तार किया है। इसके साथ ही  भारत की तरफ नरमा व कपास की काश्त करने को भी मंजूरी दे दी है। 



वर्णनीय है कि इससे पहले कंटीली तार के पाकिस्तान वाली तरफ तो बिल्कुल नहीं, परन्तु भारत वाली तरफ 200 मीटर की दूरी के अंदर नरमा और कपास की काश्त करने की इजाजत नहीं थी। किसानों की इस मुश्किल को सुभाष चंद्र प्रधान बार्डर एरिया संघर्ष कमेटी के नेतृत्व में किसानों के एक शिष्टमंडल ने बार्डर रेंज के डी.आई.जी. समक्ष उठाया था। डी. आई.जी. द्वारा 181 बटालियन के डिप्टी कमांडैंट को किसानों की इस मुश्किल को हल करने के आदेश दिए गए थे। मुराद वाला चौकी में गांव मुराद वाला, सीवाना, बारेका और रूपनगर के सरहदी पट्टी के किसानों के जलसे को संबोधित करते हुए डिप्टी कमांडैंट आर.एम. खजूर ने कहा कि किसानों को उनकी जमीनों की काश्त करने में कोई मुश्किल पेश नहीं आने दी जाएगी।


 किसान कर सकेंगे नरमे और कपास की काश्त
डिप्टी कमांडैंट श्री खजूर ने साफ किया कि किसान कंटीली तार के भारत वाली तरफ नरमे और कपास की काश्त कर सकते हैं तथा ऐसा करते समय उनको इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि इस सरहदी पट्टी पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को किसानों द्वारा देखा जाता है तो वे तुरंत बी.एस.एफ. के जवानों या चौकी में सूचना दें। इससे पहले सरहद पर लगी कंटीली तार के पाकिस्तान वाली तरफ पड़ती जमीनों पर काश्त करने वाले किसानों को प्रात:काल 10 से लेकर शाम 5 बजे तक ही काम करने के लिए गेट खुले रहते थे, जबकि अब इसमें टाइम की तबदीली करते हुए इसको प्रात:काल 8 से शाम 6 बजे तक कर दिया गया है। उन्होंने किसानों को बी.एस.एफ. के जवानों को सहयोग देने के लिए भी कहा। 

इस मौके पर किसानों की तरफ से कंटीली तार के पार अपने खेतों में अपने स्तर पर कंटीली तार के साथ-साथ झटका तार लगाने संबंधी भी बी.एस.एफ. के डिप्टी कमांडैंट से मांग की गई। किसानों ने कहा कि उनको अपने खेतों में अधिक से अधिक पौधे लगाने की इजाजत दी जाए। किसानों की इस मांग संबंधी अपनी गंभीरता दिखाते हुए उन्होंने कहा कि वह इसकी प्रवाणगी उ‘चाधिकारियों को सूचित करने के बाद ही दे सकते हैं। श्री खजूर के साथ कंपनी कमांडैंट के. चिन और इंस्पैक्टर एस.के. दहिया मौजूद थे।
 

Vatika