बोगस धान खरीद मामला: एक मंत्री ने गिरफ्तार करवाया तो दूसरे ने छुड़वाया

punjabkesari.in Sunday, Nov 25, 2018 - 08:19 AM (IST)

जालंधर(मोहन): बोगस धान खरीद के मामले को लेकर पंजाब के 2 मंत्रियों की आपस में ठन गई है। पंजाब के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में एक दिन पहले ही जिला फिरोजपुर में बोगस धान की खरीद का मामला उजागर हुआ था। इस मामले में जलालाबाद और गुरु हरसहाय के 3 व्यापारियों के खिलाफ  मुकद्दमा दर्ज किया गया था। 

वरिष्ठ पुलुस अधिकारियों के पास पहुंचा मामला

सूत्रों ने खुलासा किया कि पुलिस ने एक प्रभावशाली व्यापारी को हिरासत में ले लिया, जोकि इस मुकद्दमे में एक अभियुक्त था, परंतु एक अन्य मंत्री के दबाव के चलते उसे कुछ घंटों बाद ही छोड़ दिया गया। जिला फिरोजपुर के विधायक कुलबीर सिंह जीरा ने इस मामले में शिकायत कर मुख्यमंत्री से व्यापारी को छोड़ने वाले पुलिस अधिकारी और उसके पीछे प्रभावशाली लोगों और मंत्री की जांच करवाने की मांग की है। इस बारे में जब खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को इस मामले में दखलअंदाजी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सारा मामला वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास भेज दिया गया है।

व्यापारी सरकार को लगा रहे थे करोड़ों का चूना

उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही पंजाब के फूड एवं सिविल सप्लाई विभाग में 5 करोड़ रुपए के बोगस धान खरीद का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले में जिला फिरोजपुर के जीवा अराई और पंजे के उताड़ मंडी के 3 व्यापारियों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया गया था। यह सारा कार्य फूड एंड सप्लाई मंत्री आशु के निर्देश पर किया गया था। ऐसी आशंका प्रकट की जा रही थी कि व्यापारी बोगस खरीद दिखाकर व अन्य राज्यों से सस्ता धान खरीदकर सरकार से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर रहे हैं। 


ममले को रफा-दफा करवाने के लिए मंत्री से मिला था व्यापारियों का शिष्टमंडल
व्यापारी को हिरासत में लिए जाने के बाद इस मामले को रफा-दफा करवाने के लिए व्यापारियों का शिष्टमंडल जलालाबाद में एक समारोह में अन्य विभाग के मंत्री से मिलने पहुंचा और हिरासत में लिए व्यापारियों को रिहा करवाने का अनुरोध किया।  मंत्री के कहने पर व्यापारी को छोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई ।  इस बारे में जब गुरु हरसहाय के थाना प्रमुख रमन कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने किसी को भी हिरासत में लिए जाने की बात से इंकार कर दिया।

 

swetha