40 करोड़ के धान घोटाले में विजीलैंस ने धरा डी.एफ.एस.सी.

punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 09:28 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने रविवार को जिला खुराक और सिविल सप्लाई कंट्रोलर (डी.एफ.एस.सी.) अमृतसर के पद पर तैनात रहे ए.पी. सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। डी.एफ.एस.सी. पर आरोप है कि उसने चावल मिल मालिकों के साथ मिलीभगत करके सरकारी अनाज के हेर-फेर से सरकारी खजाने को 40 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। उक्त अधिकारी काफी देर से अपनी गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहा था। 

विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो के ई.ओ.डब्ल्यू. विंग के अधीन बनी एस.आई.टी. द्वारा आरोपी डी.एफ.एस. सी. को सूचना के आधार पर पटियाला से गिरफ्तार किया। इस मामले में उक्त अधिकारी व मिल मालिकों के खिलाफ अमृतसर के थाना जंडियालागुरु में साजिश, धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार से संबंधित एफ.आई.आर. नंबर 44 दर्ज की गई थी जिसकी जांच विजीलैंस ने अपने हाथ में ले ली थी। 

विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता के मुताबिक इस धान घोटाले में सह-आरोपी जिला खुराक और सिविल सप्लाई अधिकारी रमिंद्र सिंह बाठ, सहायक खुराक व सिविल सप्लाई अधिकारी विपन शर्मा और फूड इंस्पैक्टर गुरजिंद्र सिंह को ब्यूरो द्वारा पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले में शामिल कुछ आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। 

प्रवक्ता के मुताबिक आरोपी डी.एफ.एस.सी. ने विभागीय अधिकारियों और वीरूमल मुलख राज चावल मिल के मालिक के साथ मिलकर साजिश रची और अपने पद का दुरुपयोग करते हुए राज्य सरकार को बड़ा नुक्सान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आरोपी अधिकारियों की मदद के साथ वीरूमल मुलख राज चावल मिल के मालिक (आरोपी) ने सरकारी धान पर पंजाब नैशनल बैंक से तकरीबन 200 करोड़ का लोन लिया और पी.एन.बी. व खुराक सिविल सप्लाई विभाग के साथ क्रमवार तकरीबन 200 करोड़ रुपए और 40 करोड़ रुपए की ठगी मारी।आरोपी डी.एफ.एस.सी. से पूछताछ करने के लिए अदालत में पेश करके उसका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा ताकि इससे पहले की साजिशों का भी पता लगाया जा सके।

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