अमृतसर रेल हादसा: 1 साल बाद भी परिवारों में मातम, ‘रावण’ का किरदार निभाने वाले को लील गया था ‘रावण’

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 01:21 PM (IST)

अमृतसर: जोड़ा फाटक रेल हादसे की तारीख भले ही 19 रही हो लेकिन इस बार तारीख के 11 दिन पहले आया दशहरा ने जोड़ा फाटक के तमाम घरों में मातम में डुबो दिया है। हर घर में पिछले दशहरे का मातम दिख रहा है। रेल हादसे में 60 से अधिक मौतों पर सियासत आज भी हो रही है। तब भी हुई थी। कई कहानियों ने जन्म ले लिया है। कई खुशहाल परिवार आज दर-दर ठोकरें खा रहे हैं। किसी का पुत्र चला गया तो किसी का सुहाग। किसी का राखी वाले हाथ नहीं रहे तो किसी घर का चिराग बुझ गया। रावण यानि दशानन ने 2018 में जो क्रूर घटना की उससे इस बार रावण दहन को लेकर शहर भर में तैयारियां फीकी हो गई। 



‘पंजाब केसरी’ संवाददाता ने 2018 रावण दहन पर जिन घरों में मातम पसरा था उन्हीं घरों की हालात जानने की कोशिश की। कई चीजें ऐसी थीं जो शायद अब तक सामने ही नहीं आई थी। कुछ परिवारों में मौत के बाद मिली मुआवजे की रकम को लेकर आपस में भिड़ गए। वहीं कई मामलों में अपनों ने ही पैसों के खातिर अपनों को छल लिया। ऐसे में हादसे के 1 साल बाद हकीकत कुछ और ही है। बात करते हैं रावण दहन के दिन हुई घटना के बाद कैसे लोगों के घर उजड़ गए। सब कुछ बर्बाद हो गया। केवल 5 लाख की रकम देकर सरकार ने लोगों के मुंह बांध दिए और धीरे-धीरे दिन बीतते ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया। चूंकि 60 से अधिक मौतों पर सियासत भी हुई थी, ऐसे में आज भी सियासत हो रही है।

रावण का रोल निभाने वाला दलबीर सिंह को भी रेल हादसा लील गया। दलबीर की पत्नी नवप्रीत कौर अब सास के साथ नहीं रहती। बाबुल के घर चली गई है। 5 लाख की रकम में कुछ पैसे दलबीर की मां को बाकी उसकी पत्नी को मिले थे। इसी तरह बौबी पांडेय का परिवार भी सदमे से उबर नहीं पा रहा है। परिवार कहता है कि बौबी की यादें उन्हें चैन से सोने नहीं देती। बेटे के साथ ही घर की रौनक छिन गई है। रेल हादसे का शिकार हुआ वासू की मां आज भी बेटे की फोटो देख रोती है, कहती है कि पता नहीं किस जुर्म का बदला लिया कि मेरे आंखों के सामने रावण दहन देखने गया वासु वापस नहीं लौटा। मां की ममता रो रही है, बहनें भाई की तस्वीर देख आंसू बहा रही हैं। लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है। जो हुआ उसे भूलने का परिवार कोशिश करने के बावजूद भुला नहीं पा रहा है। 

आज निकालेंगे इलाके के लोग कैंडल मार्च
आज इलाके के लोग कैंडल मार्च निकालेंगे। पता चला है कि कैंडल मार्च निकालने के लिए पूर्व मंत्री विक्रमजीत सिंह मजीठिया पहुंच रहे हैं। अकाली व भाजपा मिलकर कैंडल मार्च निकाल कर रेल हादसा पीडि़़तों को जहां नमन करेंगे, वहीं सरकार द्वारा की गई घोषणाओं को पूरा न होने पर पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोंलेगे। निशाने पर ‘सिद्धू एंड कंपनी’ होगी।

 

मंगलवार सुबह ट्रेनें रोकने की तैयारी 
मंगलवार सुबह जोड़ा फाटक रेल हादसे के पीड़ित परिवारों के साथ सियासत के कुछ चेहरे ट्रेन रोकने के लिए जोड़ा फाटक रेल पटरी पर बैठने की प्लाङ्क्षनग की जा रही है। करीब 300 से 400 लोगों का समूह ट्रेनें रोकने के लिए रेलवे ट्रैक पर उतरने की तैयारी में है। उधर, रेल हादसा पीड़ित परिवारों द्वारा रेलवे की संपत्ति को नुक्सान न पहुंचाया जाए और रेल यातायात संचालित में बाधा न उत्पन्न हो इसके लिए फिरोजपुर रेल डिवीजन से लेकर बड़ौदा हाउस (रेलवे मुख्यालय) तक तैयारियां कस ली गई हैं।

 

Vaneet