भारतीय जेल में सजा काट चुके पाक कैदी ‘रमजान’ से मांग रहे रिहाई का ‘चांद’

punjabkesari.in Saturday, May 19, 2018 - 12:09 PM (IST)

अमृतसर(स.ह., नवदीप) : नसरीन बानो, उम्र 38 वर्ष। भारत-पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रैस में पाक से आते समय सीमा शुल्क विभाग ने जाली करंसी बरामद की थी। इस पर 11 वर्ष 10 महीने की कैद व 2 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई। सजा तो काट ली लेकिन जुर्माने के लिए 2 लाख रुपए भारत में रहने वाले किसी रिश्तेदार ने नहीं दिए। नसरीन की मदद के लिए आगे आई अधिवक्ता नवजोत कौर चब्बा।

उन्होंने नसरीन बानो की रिहाई को लेकर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज को पत्र लिखा और पाक के पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी को जानकारी भेजी। भारत-पाक के बीच हुई बातचीत के बाद नसरीन बानो के जुर्माने की 2 लाख रुपए की रकम पाक से भारत स्थित पाक दूतावास अधिकारी के पास पहुंची। जुर्माने की रकम जमा होने के बाद नसरीन की रिहाई चंद दिनों में हो सकती है। नसरीन जेल के ट्रांजिट कैंप में रोजे रखकर रमजान से रिहाई का चांद मांग रही है। नसरीन 9 नवंबर 2016 में सजा काट चुकी है। केवल नसरीन नहीं, अमृतसर सेंट्रल जेल की बात करें तो यहां पर कुल 131 मुस्लिम कैदी हैं, जिनमें करीब 100 विदेशी हैं। इन 100 विदेशियों में करीब 40 ऐसे हैं जो सुध-बुध खो बैठे हैं। उन्हें नहीं पता कि रिहाई क्या होती है और कैद के मायने क्या हैं। 4 महिलाएं व 31 भारतीय मुस्लिम भाईचारा से जुड़े कैदी हैं।

कुछ ऐसे पाक कैदी हैं जोकि सजा काट चुके हैं लेकिन औपचारिकताएं पूरी करने के चक्कर में ‘कैद’ हैं। अल हबीब चैरीटेबल ट्रस्ट के संचालक शाही इमाम पंजाब हबीब-उर-रहमान सानी लुधियानवी के नेतृत्व में पंजाब की जेलों में कैद मुस्लिम भाईचारा से जुड़े कैदियों को रोजे की सौगात दी जा रही है। अमृतसर सैंट्रल जेल में शनिवार को सभी मुस्लिम कैदियों को रोजे की सौगात देने के लिए लुधियाना से टीमें पहुंच रही हैं। रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। कहते हैं कि इन दिनों जो अल्लाह की इबादत सच्चे दिल से करता है उसका सारा पाप को माफ कर उसे जन्नत नसीब होती है। भारतीय जेलों में कई ऐसे पाकिस्तानी कैदी हैं जिनकी सजाएं पूरी हो चुकी हैं और रिहाई के इंतजार में दिन गिन रहे हैं। 

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