मोदी सरकार-2 पर पाक के अखबारों में बौखलाहट, कश्मीर पर मोदी की वापसी को बताया बेहद बुरा

punjabkesari.in Friday, May 31, 2019 - 07:02 PM (IST)

अमृतसर(कक्कड़): नरेन्द्र मोदी के फिर से भारत के प्रधानमंत्री बनने पर पाकिस्तान के अखबार अभी से ही बोखलाहट में है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला है कि मोदी सरकार-2 पर पाकिस्तान में भारी उथल-पूथल मची हुई है, पता चला है कि पाकिस्तान के नामी अखबार ने इस उथल-पुथल की तरफ इशारा करते हुए देश की एक जानी-मानी मानवाधिकार हस्ती के कार्याकत्र्ता अब्दुल रहमान ने लिखा है कि चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद भारत ने अपनी क्युलरिज्म की छवि को दफन कर दिया है। भाजपा ने इस चुनाव में जिस रणनीति से काम किया वह पूरे देश को हिन्दू राष्ट्र में बदलने की नीति थी और मतदाताओं ने भाजपा को इस चुनाव में प्रचंड जीत दिलाकर मोदी को अल्पसंख्यकों के प्रति निरंकुश बनने का लाइसैंस दे दिया है, उन्होंने अपने इस लेख में न सिर्फ प्रधानमंत्री को कटहरे में लाने की कोशिश की है, बल्कि सेना पर भी सवाल खड़ा कर दिया है और इस लेख का अखबार द्वारा विशेष स्थान पर सजा कर छापा गया है। 

कश्मीर को लेकर मोदी की वापसी को बेहद बुरा बताया
सूत्रों से पता चला है कि पाक अखबारों द्वारा कश्मीर को लेकर नरेन्द्र मोदी की वापसी को बेहद बुरा बताते हुए लिखा है कि इससे वहां पर सेना को यहां नागरिकों पर दबाव बढ़ाने की छूट मिल जाएगी और वहां नागरिकों को मिले बुनियादी अधिकार भी खत्म हो जाएंगे। गौर रहे कि इसमें पहले 2014 में भी जब पहली बार नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने तब भी पाकिस्तानी अखबारों ने उन्हें कट्टर सोच वाला निरंकुशक शासक बताया था, वहीं मीडिया में इस दौरान बढ़-चढ़कर गुजरात दंगों का भी जिक्र किया गया था। अब कुछ अखबारों ने यह भी लिखा है कि सम्पन्न इन चुनाव व नए कैबिनेट के बाद कांग्रेस व अन्य लेफ्ट पार्टियों का पलड़ा आगामी सयम के लिए कमजोर हो सकता है। 

मोदी सरकार-2 पर पाकिस्तान के अखबारों में बौखलाहट
सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान के विभिन्न प्रमुख अखबार मोदी-मोदी मिशन पर बौखलाहट में हंै जो सच्चाई को कोसों दूर रखकर ऐसा क्रूर प्रचार कर पाक की जनता को भी भयभीत कर रहे हैं तथा ज्यादातर ऊर्दू अखबार इस विषय को बढ़ावा दे रहे हैं जैसे कि मोदी-मोदी मिशन पाकिस्तान पर कब्जा कर लेगा और उनकी बौखलाहट उन्हें स्वतंत्रत मीडिया की शपथ भी भुला रही है।

 

 

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