Exclusive: पंजाब की 5 जेलों से ‘पाकिस्तान’ कनैक्शन, FB से लेकर ‘व्हाट्सएप’ पर गैंगस्टर होते हैं Live

punjabkesari.in Saturday, Dec 29, 2018 - 11:12 AM (IST)

अमृतसर(सफर): पंजाब की 5 जेलों से ‘पाकिस्तान’ कनैक्शन है। सोशल नैटवर्किंग का इन जेलों में भरपूर इस्तेमाल होता है। गैंगस्टरों का नैटवर्क अब सीमा पार पाकिस्तान से जुड़ रहा है और जेलों में कैद गैंगस्टर ‘फेसबुक’ व ‘व्हाट्सएप’ पर लाइव चैटिंग कर रहे हैं, सब कुछ ‘सैटिंग’ से हो रहा है। नशा जेल में बिकता है। नशे का नैटवर्क जेलों से चलता है। मर्डर का सौदा जेलों में होता है। इन 5 जेलों में अमृतसर, फिरोजपुर, कपूरथला, पटियाला व लुधियाना के नाम शामिल हैं। ऐसे ही शब्दों से लिखी खुफिया रिपोर्ट 2018 के पन्नों में दर्ज करते हुए खुफिया विभाग ने देश के गृह मंत्रालय को भेजी है।

पंजाब की जेलों से पाकिस्तान नैटवर्क चलता है
उधर, ‘पंजाब केसरी’ से फोन पर बातचीत करते हुए पंजाब के जेल मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा कहते हैं कि ‘जेलों में सुधार हो रहा है, सिस्टम को सुधारने में वक्त लगता है। पंजाब की जेलों से पाकिस्तान नैटवर्क चलता है यह देश की रक्षा से जुड़ा मसला है, केन्द्र सरकार ध्यान ही नहीं देती। सुरक्षा के मद्देनजर जेलों में ‘जैमर’ लगाने का काम 10 दिन में पूरा हो जाए, अगर केन्द्र सरकार की ‘डिफैंस मिनिस्टिरी’ गौर फरमाए तो। मैं तो कहता हूं कि देश की सभी जेलों में ‘जैमर’ लगें, हर स्टेट की सरकार जितना हो सके देश की रक्षा के लिए अपने राज्य से ‘आहुति’ डाले। मैं तो तैयार हूं। पंजाब की जेलों में पहले से कितना सुधार है, यह सभी जानते ही हैं। जेलों में गैंगस्टरों की लाइव तस्वीरों से लेकर कुछ और बिंदुओं पर मैंने बैठक की थी, आई.जी. क्राइम कुंवर विजय प्रताप सिंह को खासतौर पर मैंने जेलों में ‘सोशल नैटवर्किंग कनैक्शन’ को लेकर कहा है, काम चल रहा है, सफलता मिल रही है’।

जेलें ‘गुनाह’ के लिए नहीं प्रायश्चित के लिए हैं : जेल मंत्री
पंजाब की 5 जेलें ऐसी हैं जहां गैंगस्टरों का सिक्का चलता है। हर जेल में गैंगस्टरों के गहरे ताल्लुक ऐसे स्टाफ से हैं जो जेल की चारदीवारी के पीछे उन्हें हर चीज मुहैया करवाते हैं। आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि जेलों के अंदर गैंगस्टरों की पार्टी में ‘फाइव स्टार’ का खाना परोसा जाता है और उसे परोसने के लिए ऐसे हाथ होते हैं जो सत्ता के गलियारे से जुड़े हाथों की मेहरबानी से मनमाफिक सैंटर पर चैन की बंसी बजा रहे होते हैं। उधर, जेल मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा कहते हैं कि पिछली सरकार के समय जो जेलें ऐशगाह बनी रही हैं वे सिस्टम अब नहीं चलता। 2019 में जेलें ‘सुधार घर’ बनेंगी। जेलें प्रायश्चित के लिए है गुनाह के लिए नहीं।

 

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