पाक घुसपैठियों का मामला: 3 दिन के बाद भी पाकिस्तान शव लेने को नहीं आया आगे

punjabkesari.in Wednesday, Aug 26, 2020 - 11:31 AM (IST)

तरनतारन(रमन): गत शनिवार बी.एस.एफ. की तरफ से सरहद जरिए पाकिस्तान से भारत के गांव डल्ल में दाखिल हुए 5 घुसपैठियों को गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था, जिसके उपरांत पुलिस ने अपने कब्जे में लिए मृतकों के शवों का 72 घंटों के बाद पट्टी स्थित सिविल अस्पताल के 4 सदस्यता डाक्टरी बोर्ड की तरफ से मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाकर शवों को अमृतसर के एक श्मशानघाट में दफना कर दिया गया है। पुलिस द्वारा शुरू की गई शुरुआती जांच में पाकिस्तानी घुसपैठियों का जिले के 3 व्यक्तियों के साथ संबंध होने की बात सामने आ रही है, जिसकी सच्चाई घुसपैठियों से बरामद किए गए मोबाइल फोनों की जांच फौरैसिंक लैब से मुकम्मल होने उपरांत सामने आने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस द्वारा अब तक करीब 6 व्यक्तियों को राऊंडअप करते हुए मामले की जांच शुरू की जा चुकी है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर रात जिले के अधीन आते गांव डल्ल जो भारत पाकिस्तान सरहद पर स्थित है में 5 पाकिस्तानी घुसपैठिए भारत में दाखिल हो गए थे। इसकी भनक लगते ही बी.एस.एफ. की 103 बटालियन की तरफ से जब इनको ललकार मारा गया तो घुसपैठियों की तरफ से बी.एस.एफ. पर गोलियां चलानीं शुरू कर दीं गई, जिसके जवाब दौरान बी.एस.एफ. के हाथों उक्त पांचों घुसपैठिए मौके पर ही मारे गए। जिनसे बी.एस.एफ. ने 1 ए.के. 47 राइफल, 2 मैगजीन, 27 जिंदा रौंद, 4 पिस्तौल 9 एम.एम. बरेटा (3 पिस्तौल मेड इन इटली, 1 मेड इन यू.एस.ए.), 7 पिस्तौल मैगजीन, 109 जिंदा रौंद, 9 किलो 920 ग्राम हैरोइन, 2 मोबाइल फोन (एक फोन ओपो जिसमें टैलीनौर की सिम, एक फोन नोकिया जिसमें जैज की सिम), 610 रुपए की पाकिस्तानी करंसी और थैले बरामद किए थे। बी.एस.एफ. ने अपनी कार्रवाई मुकम्मल होने के बाद बरामदगी का सामान और मृतकों के शवों को थाना खालड़ा की पुलिस के हवाले कर दिया था। इस दौरान 72 घंटे बीत जाने के उपरांत भी पाकिस्तान की तरफ से भारत के साथ मृतक शव हासिल करने के लिए कोई भी दावा पेश न करने के बाद थाना खालड़ा की पुलिस ने पांचों घुसपैठियों का पट्टी सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवा दिया है।

इस संबंधित एस.एम.ओ. डा. सुदर्शन चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम सुबह 11 बजे शुरू किया गया था, जो करीब 3 बजे तक चला। इस 4 सदस्यता डाक्टरी बोर्ड में डा. सुमित सिंह, डा. रजनीश, डा. अशीष गुलाटी और डा. मनदीप सिंह शामिल थे। उन्होंने बताया कि मृतकों के शरीर बड़ी संख्या में लगी गोलियों के कारण छलनी थे। इस मामले को लेकर एस.एस.पी. ध्रुमन एच. निंबाले ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से कोई दावा न करने के बाद मृतकों का पोस्टमार्टम करवाते हुए अमृतसर स्थित मुसलमान श्मशानघाट में दफना दिया गया है, क्योंकि जिला तरनतारन में कोई भी मुस्लमानों का श्मशानघाट मौजूद नहीं है। वहीं बरामद किए गए दोनों मोबाइलों की राज्य स्तरीय फौरैसिंक लैबोरेटरी में जांच जारी है, जिसके बाद इन घुसपैठियों के साथ संबंध रखने वालों की पहचान हो सकती है। शुरुआती जांच दौरान पुलिस ने शक के आधार पर एक डल्ल और 2 गोइंदवाल साहिब के निवासियों सहित कुल 6 व्यक्तियों को राऊंडअप किया है।

 

 


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