सरहद पार: पाक में हिंदू लड़कियां मुस्लिम युवकों के निशाने पर, जबरन पढ़ाया जाता है निकाह

punjabkesari.in Friday, Mar 08, 2019 - 06:30 PM (IST)

अमृतसर(कक्कड़): पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक हिन्दू वर्ग वहां मुस्लिम कट्टरवाद व आतंकवाद के चलते बदतर जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं और हिन्दू समुदाय की नाबालिग तथा बालिग लड़कियों को अगवा करके धर्म-परिवर्तन करवाकर मुस्लिम युवकों के साथ जबरन निकाह कर दिया जाता है और विगत 3 वर्षों से अपहरण का शिकार हिन्दू लड़कियों की संख्या सैकड़ों में है और अनेक हिन्दू लड़कियां इस समय मुस्लिम युवकों के साथ जिंदगी व्यतीत करने को मजबूर है।

अपहरण कर जबरन करवाया जाता है धर्म परिवर्तन 
सूत्रों से पता चला है कि पाक के अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय की बालिग व नाबालिग लड़कियां वहां के कट्टरवादी मुस्लिम वर्ग के निशाने पर है और इनको वहां के कानून, प्रशासन यहां तक कि पाक सरकार व सभी राज्य सरकारों का भी समर्थन प्राप्त है। जिसके चलते विगत 10 वर्षों से हजारों की संख्या में हिन्दू परिवारों ने भारत की ओर पलायन किया है। सूत्र बताते हैं कि इस समय पाक के अनेक एन.जी.ओ. संगठन जो कि इन केसों के पक्ष में काम कर रहे हैं उनको भी वहां के कानून व सरकार, विशेषकर मुस्लिम कट्टरवाद का दबाव रहता है कि वह इन केसों की पेरवी ना करे। 

हिन्दू लड़की के हलफनामा पर करवाए जाते हैं हस्ताक्षर 
इतना ही नहीं जब किसी हिन्दू लड़की का अपहरण होता है तथा जबरन धर्म परिवर्तन से मुस्लिम युवकों के साथ निकाह पढ़ाया जाता है तो उस समय वहां के मोलवी उक्त हिन्दू लड़की से हलफनामा पर हस्ताक्षर करवाते हैं कि उसने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है और ऐसा ही मामला आरती कुमारी के केस में भी सामने आया है। जिसमें यह लिखा गया है कि उसने अपनी मर्जी से अम्मोर बख्श राम के मुस्लिम युवक से शादी की है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि इन मामलों में धर्म परिवर्तन करवाने वाले मोलवी मुस्लिम युवक परिवारों से तो भरकम राशि लेते ही हैं, साथ में उनको कट्टरवादी मुस्लिम संगठनों से भी भरकम राशि मिलती है जिनका आदेश है कि हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन करवाकर उनको मुस्लिम बनाया जाए।  


 

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