करतारपुर कॉरीडोर के बदले पाकिस्तान ने अब अजमेर गलियारा मांगा

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 08:25 AM (IST)

जालंधर(नरेंद्र मोहन): करतारपुर कॉरीडोर के लिए रास्ता देने के बदले अब पाकिस्तान ने भी वहां के मुसलमानों के लिए अजमेर गलियारे की मांग करनी शुरू कर दी है। पाकिस्तान के राज्य सिंध के संस्कृत और पर्यटन मंत्री सैयद सरदार अली शाह ने कहा कि जैसे भारत से आने वाले सभी लोगों को करतारपुर जाने की अनुमति खुले तौर पर हुई है, वैसे ही भारत सरकार पाकिस्तान के मुसलमानों के पवित्र स्थानों दरगाह पर जाने की वैसी ही अनुमति दे। 

मंत्री ने किया रोष प्रकट

मंत्री ने रोष प्रकट किया कि अजमेर शरीफ  उनकी पवित्र दरगाह है जो कि भारत के राजस्थान के अजमेर में है परंतु उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं मिलती। बेशक करतारपुर साहिब कॉरीडोर खुलने के बाद दोनों देशों में अच्छे माहौल के संकेत नजर आए हैं, परंतु पाकिस्तान सरकार की सिखों को लेकर दरियादिली से भारतीय सुरक्षा एजैंसियां पाकिस्तान को गंभीरता से देख रही हैं। 

पाक की दरियादिली से भारत की खुफिया एजैंसियां चिंतित 

गौरतलब है कि पाकिस्तान ने सिर्फ  सिखों के लिए ही धार्मिक आस्था के द्वार नहीं खोले बल्कि एक शिव मंदिर को पाकिस्तान के हिंदुओं के हवाले करके भारत के आरोपों को खारिज करने की कोशिश की है कि वह सिर्फ  सिखों के लिए ही दरियादिली नहीं दिखा रहा बल्कि हिंदुओं के लिए भी उसकी नीति ऐसी ही है। परन्तु भारत की खुफिया एजैंसियों की चिंता पाकिस्तान में पक रहे खालिस्तान के मंसूबे और खालिस्तानी संगठनों को दी जा रही खुली शह को लेकर है।

खालिस्तान को लेकर देश-विदेश के सिखों की होनी है बैठक 

गुरुपर्व वाले दिन ननकाना साहिब में पाकिस्तान के चरमपंथी सिखों के साथ-साथ अमरीका के सिखों ने खालिस्तान की मांग को लेकर जलूस निकाला। उन्होंने हाथ में अमरीका और खालिस्तान के झंडे पकड़े हुए थे। खालिस्तान समर्थक और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सचिव गोपाल सिंह चावला ने भी इस बात की पुष्टि की है। इस संवाददाता से बातचीत में चावला ने कहा कि गुरु नानक समारोहों के बाद अब खालिस्तान को लेकर देश-विदेश के सिखों की बैठक शीघ्र होनी है। चावला ने बताया कि भारत सरकार के विपरीत पाकिस्तान सरकार द्वारा उन्हें अपनी बात के लिए कभी भी नहीं रोका जाता। 

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