पाक पादरी ने 1.60 लाख में चीनी लड़कों को बेची लड़कियां, विवाह सटीफिकेट पर जबरदस्ती करवाए हस्ताक्षर

punjabkesari.in Monday, May 13, 2019 - 10:35 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): पाकिस्तान में रहने वाले गरीब क्रिश्चियन परिवारों की लड़कियों को चीन निवासी लोगों से विवाह करने के नाम पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त का धंधा अब पाकिस्तान तथा चीन के लिए एक समस्या बन गया है। यदि देखा जाए तो इन क्रिश्चियन लड़कियों को बेचने के पीछे पाकिस्तान के क्रिश्चियन धर्म गुरुओं का हाथ सामने आया है जिन्होंने अपने-अपने इलाके में ईंट भट्ठा मजदूरों के रूप में काम करने वाले गरीब क्रिश्चियन परिवारों को अपना निशाना बनाया। 

पाकिस्तान के जिला नारोवाल के पास गांव छीना सिगले निवासी ईंट भट्ठा मजदूर फरियाद मसीह ने अच्छा जीवन जीने के लालच में अपनी 2 बेटियों ईशा (17) तथा सुनीता (16) को इस्लामाबाद लेकर जाकर वहां पर एक चर्च के धर्म गुरु बाबू जावेद के कहने पर जनवरी 2019 में चीन वासी 2 नौजवानों ला-जी-डांग व चेन सिंग बीआयो के साथ विवाह कर दिया था। अब सच्चाई सामने आने पर अपनी दोनों बेटियों को चीन वासी पतियों के साथ भेजने से इंकार कर दिया है। फरियाद के अनुसार उन्होंने पादरी बाबू जावेद से कहा कि हम चाहते हैं कि उनकी बेटियों की विदाई उनके घर से हो। इस पर पहले तो पादरी कुछ घबरा गया, परंतु हमारे द्वारा दबाव बनाने पर वह सहमत हो गया तथा 15 जनवरी को ईशा तथा सुनीता को गांव ले आया तथा कहा कि एक सप्ताह बाद इन्हें चीन के लिए रवाना होना है। पादरी के जाते ही हमने अपनी दोनों बेटियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि पादरी जावेद ने उन्हें चीनी लड़कों के हाथ बेच दिया है। 

बाद में पता चला कि चीनी लड़कों ने पादरी जावेद से दोनों लड़कियों को 1 लाख 60 हजार रुपए में खरीदा था। चीन निवासी लड़कों ने विवाह संबंधी जाली सर्टीफिकेट भी दिखाए। इस संबंधी शोर मचने पर पुलिस ने लड़कियों को बयान देने के लिए बुलाया। ईशा ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि पादरी जावेद ने विवाह सर्टीफिकेट तैयार करके हमसे उन पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए थे। हमने जब हस्ताक्षर करने से इंकार किया तो जावेद सहित चीनी लड़कों ने जान से मारने की धमकी दी थी। फरियाद ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वह पादरी जावेद के कहने पर लालच में आ गया था और उसने यह समझौता किया। 

Vaneet