‘पप्पू व पिंकी’ पंजाब में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर मौन क्यों? : तरुण चुघ

punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2020 - 10:21 AM (IST)

बटाला (बेरी): बटाला में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के मद्देनजर आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ पीड़ित परिवारों से संवेदना व्यक्त करने बटाला पहुंचे। उन्होंने जहां पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया, वहीं साथ ही मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पंजाब में कैप्टन सरकार की नालायकी के कारण श्मशानघाटों में लाशों के ढेर लग गए हैं, जिसके लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

उन्होंने इस घटना पर कांग्रेस हाईकमान की चुप्पी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के ‘पप्पू व पिंकी’ (राहुल गांधी व प्रियंका गांधी) अपनी सुरक्षा व बंगले खाली करवाने पर हाय-तौबा मचा देते हैं, लेकिन कैप्टन सरकार की नाक के नीचे घटे भयंकर, दुखदायी, नरसंहार पर मौन धारण कर गरीब परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़कने से बाज नहीं आ रहे। उन्होंने कैप्टन व कांग्रेस पार्टी से प्रश्न पूछते हुए कहा कि क्या बटाला, तरनतारन व अमृतसर में हुए खूनी शराब हत्याकांड की जांच अमृतसर के दशहरा रेल हादसे, जहरीले शीरे फैंकने से लाखों जलजीव-जंतुओं के मारे जाने की तरह पटियाला में नकली शराब फैक्टरी में शामिल कांग्रेस नेताओं को बचाने व उन्हें निर्दोष साबित करने जैसी ही ‘नकली’  कही जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस व सरकार यह स्पष्ट नहीं कर पा रही है कि इतनी मात्रा में अल्कोहल, स्पिरिट  व इथनॉल आदि चीनी मिल से आम जनता तक कैसे पहुंच रहे हैं। इसके पीछे कौन किंगपिन है, किसे बचाया जा रहा है?

चुघ ने कहा कि पिछले दिनों खुफिया एजैंसी ने 22 जिलों में नशे की चल रही तस्करी के बारे में रिपोर्ट बनाकर पंजाब के गृह मंत्रालय को दी, लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। गृह मंत्रालय इस समय मुख्यमंत्री के पास है, इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस सरकार का संरक्षण नशों का कारोबार करने वाले माफिया को मिल रहा है। पंजाब में जहरीली शराब से हुई मौतों के पश्चात सरकार द्वारा 37 लाख लीटर शराब पकड़ी गई है और शराब का कारोबार करने वाले तस्करों को पकडऩे के लिए अब छापेमारी की जा रही है। यदि यह कार्य पहले किया होता तो आज इतनी मौतें न होतीं। उन्होंने कैप्टन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार के शासन दौरान नशों का कारोबार खुलेआम माफिया द्वारा किया जा रहा है। पिछले दिनों पटियाला में अवैध शराब बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी गई, लेकिन खानापूर्ति करते हुए उस केस को रफा-दफा कर दिया गया। तरुण चुघ ने पंजाब सरकार से मांग की कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद के रूप में 25-25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, ताकि इन परिवारों का अ‘छे ढंग से गुजर-बसर हो सके। 
 

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