परमजीत की आपबीती, गैराज में सुलाते थे, कहते थे जिंदा रहना है तो गौ मांस खाओ

punjabkesari.in Thursday, Jul 26, 2018 - 03:48 PM (IST)

जालंधर: सउदी अरब में शेख के घर साल भर कैद रही परमजीत ने आपबीती सुनाई है। गांव गोरसिया निहाल की रहने वाली परमजीत भारत आने के बाद मंगलवार पहली बार अपने घर से बाहर निकली तथा सीधा एस.एस.पी. दफ्तर पहुंची। उसने धोखा देने वाले ट्रैवल एजेंट को पकडऩे की शिकायत दी और बताया कि वहां शेख उसे खाने को गाय, भैंस और ऊंट का मांस देते थे। इस कारण उसने एक साल ब्रेड, चावल और चाय के सहारे बिताया। 

20 लोगों की अकेली नौकर थी परमजीत 
जिस शेख के पास परमजीत कौर को 11 जुलाई, 2017 को 5.10 लाख रुपए बेचा गया था, उसके घर में उसकी दो बीवियां, सात लड़कियां, तीन लड़के, एक बहू, चार पोते-दोहते और बुजुर्ग माता-पिता थे। 20 लोगों के दो दर्जन कमरों वाली हवेली में परमजीत के अलावा दूसरा कोई नौकर नहीं था। उसे सर्वेंट रूम में नहीं, कार गैराज में रखा गया था, जहां सिर्फ कबाड़ ही था। 

दूध-दही खाने की नहीं थी इजाजत
परमजीत ने कहा-उसे दूध, घी, दही और मक्खन खाने की इजाजत नहीं थी। ऐसी चीजें उसकी पहुंच में नहीं थीं। वे कहते थे- जिंदा रहना है तो गाय का मांस खा लो। उसने कहा-उससे धोखा करने वाला एक एजेंट पकड़ा जा चुका है और दूसरा भी अरेस्ट किया जाए। 

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