35 साल से पाक में फंसे नानक को गले से लगाने के लिए तड़प रहे मां-बाप

punjabkesari.in Thursday, Jul 16, 2020 - 12:03 PM (IST)

अमृतसर: पिछले समय दौरान भारत में गलती से सरहद पार कर दाख़िल हुए मुबरशर बिलाल उर्फ मुबारक को उसके वतन वापिस भेजने के लिए शांति प्रेमियों की तरफ से पहल करते हुए बिलाल की वतन वापसी की गुहार लगाई गई थी, जिसके बाद भारत सरकार ने मुबारक को उसकी मां के पास वापिस भेजा था।
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इसी तरह अब सरहद किनारे बसे अजनाला के गांव बेदी छन्ना के रहने वाली प्यार कौर को भी अपने पुत्र नानक सिंह उर्फ कक्कड़ सिंह का आखिरी सांसों तक इंतजार है। वह मरने से पहले एक बार अपने बेटे को देखना चाहती है और उसने सरकार से गुहार लगाई है उसके बेटे को भारत वापिस लाया जाए। इस संबंधित जानकारी देते नानक सिंह के पिता रत्न सिंह ने बताया कि 35 साल पहले जब नानक 7 साल का था और वह उसे अपने साथ खेतों में काम करने ले गए। वहां वह काम में व्यस्त हुए नानक को भूल गए। बाद में जब उन्होंने नानक की तालाश की तो वह नहीं मिला। उन्होंने बताया कि उस समय सरहद पर तारे नहीं लगी थी, जिस कारण नानक गलती के साथ पाकिस्तान चला गया। उन्होंने नानक से मिलने के लिए बहुत कोशिश की लेकिन गरीब और अनपढ़ होने के कारण वह अपने बेटे तक नहीं पहुंच सके।

कई मंत्रियों के साथ भी संपर्क किया गया लेकिन किसी ने उनका साथ नहीं दिया। उन्हें पता लगा था कि नानक का नाम वहां ककड़ सिंह लिखा गया, जिस कारण बहुत मुश्किलें आईं और नानक के ग़ुम होने से 7 साल बाद उनके पास से नानक बदले पशुओं की मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि 7 साल का बच्चा क्या जुर्म कर सकता है, जिसको इतना समय बीत जाने के बाद भी नहीं छोड़ा गया। नानक की मां प्यार कौर ने कहा कि वह मरने से पहले आखिरी बार अपने बेटे को देखना चाहती है और अब तक उसके बेटे की आधी उम्र जेल में ही बीत गई होगी। 


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