जन्मदिन के अवसर पर जानिए प्रकाश सिंह बादल का राजनीतिक सफर

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 02:23 PM (IST)

जालंधर /श्री मुक्तसर साहिबः पंजाब की राजनीति के बाबा बरगद कहे जाने वाले प्रकाश सिंह बादल का आज 93वां जन्मदिन है। पंजाब में पांच बार मुख्यमंत्री बने प्रकाश सिंह बादल उन नेताओं में शामिल हैं, जो 90 साल की उम्र पार करने के बावजूद भी राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हैं। इतनी लंबी उम्र के बावजूद वह जोश और जुनून के साथ पार्टी की मीटिंगों में जाते हैं। शिरोमणि अकाली के सरप्रस्त प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसम्बर 1927 को हुआ था। राजनीति की शुरुआत उन्होंने सरपंची से थी।

1957 में पहली बार बने विधायक
प्रकाश सिंह बादल 1957 में पहली बार गिद्दड़बाहा से विधायक बने थे। उस समय वह कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने थे। 1970 में पहली बार जिले के मुख्यमंत्री बने थे। उसके बाद वह 1977, 1997, 2007, 2012 में जिले के मुख्यमंत्री के तौर पर सेवाएं देते रहे। वह एक बार 1977 में फरीदकोट से सांसद मैंबर भी चुने गए। बादल मुख्यमंत्री पद के इलावा भाईचारक विकास, पंचायती राज, पशु-पालन, डेयरी मंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें कृषि और सिंचाई मंत्री का पद भी सौंपा गया था। बादल ने एमरजैंसी के दौरान अकाली आंदोलन का नेतृत्व किया था। भारतीय राजनीति में उनके योगदान के लिए उन्हें पंथ रत्न अवार्ड दिया जा चुका है।

जन्मदिन पर गांव बादल में जश्न का माहौल
इस शुभ अवसर पर शिरोमणि अकाली दल और गांव बादल में जश्न का माहौल है। गांव में घर के साथ ही टैंट लगाया गया है। लोगों के लिए लंगर की भी व्यवस्था है। साथ ही उनकी लम्बी उम्र के लिए अरदास की जा रही है। बादल की बहु केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल गांव में ही मौजूद हैं, जबकि बेटा सुखबीर बादल जल्द ही पहुंचेंगे। गांववासियों के लिए सुबह से ही लंगर की व्यवस्था की गई है। बाहर से आने वाले लोग और अन्य नेता उनकी कोठी में होने वाले समागम में शामिल होंगे, जहां केक काट कर उनका जन्मदिन मनाया जाएगा। 

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Sunita sarangal