1509 धान की आड़ में परमल धान बिना सरकारी खरीद के मंडियों से हो रहा है गायब

punjabkesari.in Tuesday, Sep 29, 2020 - 05:18 PM (IST)

जलालाबाद (सेतिया, टीनू): पिछले करीब 5 दिनों से किसानों द्वारा मंडियों में धान लाना शुरू कर दिया है हालांकि मंडियों में सरकारी खरीद एक अक्तूबर से होती है लेकिन इस बार सरकार ने सरकारी खरीद की घोषणा 27 सितंबर से ही कर दी थी लेकिन उधर मंडियों में 1509 के साथ-साथ परमल धान की फसल भी किसानों द्वारा लाई जा रही है जिसकी अभी तक खरीद न होने के बावजूद ये फसल मंडियों में से बोरियों में भर कर बिना किसी फीस के गायब हो रही है। 

जानकारी अनुसार जलालाबाद की अनाज मंडी में पिछले एक सप्ताह से परमल धान की आमद हो चुकी है और रोजाना 5-6 ट्रालियां धान मंडियों में आ रहाी है और ये धान न तो किसी खरीद एजंसी को लिखा गया है और न ही मार्किट कमेटी के रजिस्टर में दर्ज है लेकिन मंडी में धान आने के बाद ये धान बिना किसी रिकार्ड के मंडियों में जा रहा है लेकिन ये धान कहां स्टोर हो रहा है। इसकी विभाग के पास जानकारी नहीं है लेकिन सूत्रों से जानकारी मिली है कि कुछ राईस मिल्लर इस काले धंदे को अंजाम दे रहे हैं और मार्किट फीस बिना भरे ही धान अपनी मिल्लों में स्टोर कर रहे हैं। इसकी जांच करवाई जाए तो मार्किट और राईस मिल्लरों की मिलीभुगत के साथ फीस चोरी का मामला उजागर हो सकता है। 

इस सबंधी जब मार्किट कमेटी सचिव बलजिंदर सिंह तथा मंडी सुपरवाइजर दिलोर चंद के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी में 1509 धान आ रहा है लेकिन जब उनसे पिछले 5 दिनों से परमल धान की आमद बारे जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि आज मंडी में सिर्फ 3 ट्रालियां परमल धान आया है और इससे पहले धान नहीं आया है जब उन्हें बोरियों में भरे परमल धान के बारे में पूछा गया तो कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला।

Mohit