बालाकोट पर सियासी रोटियां न सेंकें मोदी : परनीत कौर

punjabkesari.in Tuesday, May 07, 2019 - 11:45 AM (IST)

जालंधर(रमनदीप सोढी): पटियाला लोकसभा से कांग्रेस की उम्मीदवार परनीत कौर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बालाकोट हमले को लेकर सियासी रोटियां सेंकना जायज नहीं है। पंजाब केसरी के सहयोगी चैनल जगबाणी टी.वी. के साथ विशेष इंटरव्यू के दौरान परनीत कौर ने कहा कि सी.आर.पी.एफ. के काफिले पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान को इसका जवाब देना सरकार की ड्यूटी थी, इसलिए इसका सियासी फायदा नहीं लिया जाना चाहिए। परनीत कौर ने कहा कि 1965 और 1971 में कांग्रेस की सरकारों ने भी पाकिस्तान को घुटनों के बल लाने का काम किया था लेकिन उसका कभी सियासी फायदा उठाने की कोशिश नहीं की गई। मौजूदा सरकार राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाकर चुनावी लाभ लेना चाहती है जो उचित नहीं है।

राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले बेहतर नेता

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले बेहतर नेता बताते हुए परनीत कौर ने कहा कि यदि नरेंद्र मोदी बेहतर होते तो हाल ही के 5 विधानसभा चुनावों के दौरान विपक्ष की जीत नहीं होती। इन चुनावों के दौरान 3 राज्यों में कांग्रेस ने भाजपा को चित्त किया जबकि 2 अन्य राज्यों में भी भाजपा सरकार नहीं बना सकी जिससे साबित होता है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना में बेहतर नेता हैं। परनीत कौर ने कहा कि वह स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल किए गए न्याय, कृषि बजट और ब्याज रहित शिक्षा लोन की योजना को जनता के बीच लेकर जाएंगी और उन्हें उम्मीद है कि इस बार पटियाला की जनता उनके हक में फतवा देगी। 

सहानुभूति बटोरने के लिए सियासी ड्रामे कर रहे हैं धर्मवीर गांधी
 
परनीत कौर ने कहा कि चुनाव में उनका मुकाबला उन उम्मीदवारों से है जिनके पीछे पार्टी का संगठन काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि धर्मवीर गांधी भी चुनाव मैदान में हैं।  धर्मवीर गांधी के रिक्शा पर चुनाव प्रचार करने को सियासी स्टंट बताते हुए परनीत कौर ने कहा कि वह 5 साल तक रिक्शा पर नजर क्यों नहीं आए? वह अब चुनावों में सहानुभूति बटोरने के लिए सियासी ड्रामे कर रहे हैं। पटियाला के कई ऐसे गांव हैं जिनके लोगों ने 2014 की जीत के बाद धर्मवीर गांधी की सूरत तक नहीं देखी। वह गांव में लोगों के बीच नहीं जाते।

पटियाला-चंडीगढ़ रेल लाइन को अपनी उपलब्धि बताने वाले धर्मवीर गांधी को जवाब देते हुए परनीत कौर ने कहा कि यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं होता बल्कि इसमें सरकारों की भूमिका होती है। रेलवे के काम की लंबी प्रक्रिया है। किसी भी जगह पर रेल लाइन शुरू करने से पहले सर्वे किया जाता है, उसके बाद उसकी व्यावहारिकता की रिपोर्ट बनती है, फिर यह रिपोर्ट मंत्रालय को जाती है और मंत्रालय अंत में इस पर फैसला लेता है। हो सकता है कि बतौर सांसद उन्होंने सदन में यह मामला उठाया हो लेकिन यह मामला कांग्रेस की सरकार के समय से लंबित था और अब भी इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। 

परनीत कौर ने कहा कि वह बतौर सांसद पटियाला में फुटवियर डिजाइन इंस्टीच्यूट लेकर आईं। 550 करोड़ रुपए की लागत से बने इस इंस्टीच्यूट में 1,000 बच्चों को हुनर मिल रहा है। इसके अलावा उन्होंने राजिंद्रा अस्पताल के लिए 150 करोड़ रुपए का मल्टी स्पैशलिटी सैंटर मंजूर करवाया। पंजाब में कै. अमरेंद्र की सरकार आने के बाद अब तक पटियाला में 200 करोड़ रुपए के विकास कार्य हो चुके हैं और 700 करोड़ रुपए का स्वच्छ पानी की सप्लाई का प्रोजैक्ट पाइपलाइन में है।

जल्द युवाओं  को बांटे जाएंगे स्मार्ट फोन 

कांग्रेस के चुनावी वायदे पूरे न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण सरकार मोबाइल नहीं बांट पा रही लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद यह वायदा पूरा किया जाएगा और सरकार ने 10 लाख मोबाइल खरीदने के लिए योजना तैयार की हुई है। इसके अलावा पंजाब के हर गांव में छोटे किसानों का कर्ज माफ किया गया है और राज्य में नशा सप्लाई के एजैंटों का नैटवर्क ध्वस्त कर दिया गया है।

केंद्र की नीतियों से जनता परेशान

सुखबीर द्वारा कै. अमरेंद्र सिंह पर लगाए गए ऐशपरस्ती के आरोपों का जवाब देते हुए परनीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह बेहतर प्रबंधन के साथ काम करते हैं। सुखबीर की 10 रैलियों में जितने लोग आते हैं उतने मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह की एक रैली में ही आ जाते हैं। यदि वह जनता की पहुंच में न हों तो उनकी लोकप्रियता कैसे बढ़ सकती है। अकाली दल को तो लोगों ने तीसरे नंबर पर धकेल दिया है। परनीत ने कहा कि जल्द ही कै. अमरेंद्र सिंह पटियाला में उनके लिए चुनाव प्रचार के लिए भी आएंगे और 3-4 चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।परनीत ने कहा कि लोकसभा की जिन सीटों पर बड़े चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं उन सीटों पर मुकाबला दिलचस्प है लेकिन कांग्रेस इन सीटों पर चुनाव जरूर जीतेगी क्योंकि लोग केंद्र सरकार की नीतियों से तंग होने के साथ-साथ पंजाब सरकार द्वारा पिछले 2 साल में किए गए काम से संतुष्ट हैं।

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