बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क पर गाड़ी चलाना पड़ा महंगा, हुए हादसे का शिकार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 17, 2025 - 05:53 PM (IST)

माधोपुर/पठानकोट(जग्गी, शारदा): स्थानीय क्षेत्र माधोपुर से बहेड़ियां की ओर जाने वाली बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क पर दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें मवेशियों से भरी जीप यू.बी.डी.सी. नहर किनारे खाई में गिर गई। इस हादसे में जहां 3 पशुओं की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं वाहन चालक और कंडक्टर को मामूली चोटें आई हैं। वाहन को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।

यू.बी.डी.सी. नहर के किनारे बनी सड़क हाल ही में आई बाढ़ के चलते बह गई थी। सड़क की हालत पहले से खस्ता थी, और सड़क की मरम्मत का कार्य फिलहाल चल रहा है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि सड़क पर न तो कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया था और न ही किसी प्रकार के बैरिकेड्स लगाए गए थे। यही कारण रहा कि जीप चालक को यह ज्ञात नहीं हो सका कि आगे रास्ता टूटा हुआ है।

हादसे के संबंध में स्थानीय निवासी जैकब ने बताया कि उनके रिश्तेदार हिमाचल प्रदेश से भैंसें लेकर जीप से आ रहे थे। जैसे ही वाहन इस क्षतिग्रस्त सड़क पर पहुंचा तो संतुलन बिगड़ने के कारण नहर किनारे खाई में जा गिरा। इससे वाहन में लदे 3 मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य मवेशियों को स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह बाहर निकाला गया।

जैकब ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सड़क पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाते या रास्ता अस्थायी रूप से बंद किया गया होता तो यह हादसा टाला जा सकता था। उन्होंने मांग की है कि इस दुर्घटना की पूरी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की है और प्रशासन को हादसे में हुए जान-माल के नुकसान का मुआवजा देना चाहिए। घटना के बाद बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने नाराजग़ी ज़ाहिर की।

लोगों ने मिलकर जीप को खाई से बाहर निकाला और मरे हुए मवेशियों को सड़क किनारे दफनाने की प्रक्रिया भी पूरी की। स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक इस हादसे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे लोगों में और अधिक रोष देखा जा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी कई बार इस सड़क की खस्ताहालत को लेकर प्रशासन को सूचित किया गया, लेकिन किसी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सड़क की मुरम्मत नहीं करवाई गई और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम नहीं किए गए तो प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे।

दूसरी ओर समाज सेवक यादविन्द्र सिंह बुट्टर ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि जिस प्रकार आज मवेशियों से भरी जीप चेतावनी बोर्ड न लगा होने से खाई में गिर पड़ी, ऐसे ही हादसे भविष्य में और भी हो सकते हैं। प्रशासन को चाहिए कि अब किसी प्रकार की ढील न बरती जाए। जब तक समस्या का समाधान स्थाई रूप से नहीं हो जाता, तब तक वहां पर बैरीकेड या चेतावनी बोर्ड लगा दिए जाएं, ताकि भविष्य में कोई हादसा न हो।

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Content Writer

Sunita sarangal

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