गुरु नानक देव अस्पताल के ब्लड बैंक ने नहीं दिया रक्त, मरीज की तड़प-तड़प कर मौत

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2019 - 08:04 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल के ब्लड बैंक द्वारा रक्त न देने पर ऑप्रेशन थिएटर में गंभीर हालत वाले एक मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि थिएटर में उनके मरीज को घंटों जहां डॉक्टरों द्वारा ऑप्रेशन के लिए तड़पाया गया वहीं ब्लड बैंक द्वारा बार-बार विनती करने पर भी उन्हें मरीज के लिए खून नहीं दिया गया। परिजनों का आरोप है कि  डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनके मरीज की मौत हुई है। उधर दूसरी ओर डॉक्टरों ने मृतक मरीज के परिवारिक मैंबरों द्वारा लगाए गए आरोपों को  निराधार बताया है।

मरीज सड़क हादसे का हुआ था शिकार
जानकारी के अनुसार अटारी के गांव किरलगढ़ में रहने वाले 42 वर्षीय करतार सिंह बीते दिनों सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। परिवार वाले उसे इलाज के लिए गुरु नानक देव अस्पताल ले आए। करतार सिंह के घुटनों व टांगों पर काफी चोट आई थी। डॉक्टरों ने ऑप्रेशन करने की बात कही। करतार सिंह का ऑप्रेशन करने के लिए वीरवार का दिन निर्धारित किया गया था। निर्धारित समय सुबह 8 बजे परिजन उसे ऑपे्रशन थिएटर ले आए।  करतार सिंह के भाई सुखविंदर पाल सिंह ने बताया कि हम स्ट्रेचर पर लिटाकर करतार सिंह को ऑप्रेशन थिएटर ले जा रहे थे कि स्टाफ ने कहा कि इसे सामने बने कमरे में लिटा दो। कुछ समय बाद हम ऑप्रेट करेंगे। तकरीबन एक घंटा तक जब कोई नहीं आया तो मैं अंदर गया और स्टाफ से गुजारिश की कि करतार सिंह की हालत लगातार बिगड़ रही है, उसका ऑप्रेशन कर दें। स्टाफ ने फिर वही रटारटाया जवाब दिया कि कुछ देर इंतजार करो। तकरीबन 11 बजे एक स्टाफ सदस्य आया और उसने कहा कि करतार सिंह का ऑप्रेशन करने के लिए रक्त की जरूरत है। आप रक्त का बंदोबस्त कर लो। सुखविंदर पाल सिंह के अनुसार मैं अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक पहुंचा।

स्टाफ ने कहा पहले डोनर लाओ फिर ब्लड देंगे
स्टाफ से ब्लड की मांग की तो उन्होंने कहा कि पहले डोनर लाओ, फिर ब्लड देंगे। मैंने उनसे कहा कि मरीज ऑप्रेशन थिएटर में है। आप ब्लड दे दो, मैं कुछ समय बाद डोनर भेज दूंगा, पर स्टाफ नहीं माना। इसके बाद मैं पुन: ऑप्रेशन थिएटर पहुंचा। डॉक्टर ने कहा कि जब तक ब्लड का बंदोबस्त नहीं होगा हम ऑप्रेशन नहीं करेंगे। मैंने डॉक्टरों ने काफी मिन्नतें की कि आप कहीं से ब्लड का इंतजाम कर लें, मरीज की हालत लगातार बिगड़ रही है पर डॉक्टरों ने मेरी पुकार नहीं सुनी। मैंने अपने सगे-संबंधियों को फोन कर अस्पताल आने को कहा, ताकि ब्लड बैंक को खून देकर खून लिया जा सके। जब तक सगे-संबंधी अस्पताल पहुंचे, करतार सिंह का शरीर ठंडा पड़ चुका था। मैंने शोर मचाया तो डॉक्टर और स्टाफ दौड़े-दौड़े आए। करतार सिंह को स्ट्रेचर पर लिटाकर ऑप्रेशन थिएटर पहुंचाया गया। तकरीबन 15 मिनट बाद हमें बताया कि करतार सिंह की मौत हो गई है।

डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई मरीज की मौत
सुखविंदर पाल सिंह ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसके भाई की मौत हो गई। मैं बी.एस.एफ. से रिटायर हूं। देश की सेवा की है, लेकिन सरकारी सिस्टम ने मेरे भाई को मुझसे छीन लिया। अगर डॉक्टरों ने समय पर ऑप्रेशन किया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती। न जाने ऐसी लापरवाही से हर रोज यहां कितने लोगों की मौत होती होगी। वहीं मृतक के परिजनों के विरोध के बाद ऑप्रेशन थिएटर को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया। परिजनों ने अंदर घुसने की कोशिश की, पर पुलिस ने उनका रास्ता रोक लिया। देर शाम शोकाकुल परिजन करतार सिंह का शव 
लेकर अस्पताल चले गए। 

सरकारी ब्लड बैंक वाले बिना डोनर के मरीजों के परिजनों को नहीं दे रहे ब्लड 
पंजाब सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में दाखिल मरीजों की सुविधा के लिए मुफ्त ब्लड देने के सरकारी ब्लड बैंकों को निर्देश दिए गए हैं परंतु अमृतसर में सरकारी ब्लड बैंक वाले बिना डोनर के मरीजों के परिजनों को ब्लड नहीं दे रहे हैं। यह जानकारी आर.टी.आई. एक्टिविस्ट जय गोपाल लाली तथा समाज सेवक राजिंदर शर्मा राजू ने दी। उन्होंने कहा कि इस संबंधी वह विभाग के मंत्री को भी शिकायत करने जा रहे हैं।

Anjna