इन जिलों के लोगों का हुआ हाल बेहाल, घरों से निकलना हुआ मुश्किल
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 02:43 PM (IST)

गुरदासपुर (हरमन): पिछले 2 दिनों के दौरान पंजाब में प्री-मानसून के दस्तक देने से बेशक कई जिलों में लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है और धान की रोपाई के लिए भूमिगत पानी के तेजी से निकाले जाने में भी कुछ ठहराव आया है। लेकिन गुरदासपुर सहित करीब आधा दर्जन जिलों में प्री-मानसून ने अभी भी बेरुखी दिखाई है। इन जिलों में जरूरत के मुकाबले काफी कम बारिश हुई है, जबकि करीब 13 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राज्य में कुल 24.7 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो इस समय की सामान्य अनुमानित बारिश की मात्रा 22 मिलीमीटर से अधिक है। राज्य में हुई इस कुल बारिश में से 10.4 मिलीमीटर वर्षा केवल 24 घंटों से भी कम समय में हुई है। अधिकारियों ने कहा कि यह प्री-मानसूनी वर्षा पंजाब में चल रहे पानी के गंभीर संकट से बचाव के लिए एक अच्छा संकेत है, क्योंकि पंजाब में 70 प्रतिशत से अधिक सिंचाई भूमिगत पानी पर निर्भर करती है।
विशेष रूप से, राज्य में 30 लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में लगाई जाने वाली फसलें इसी पानी पर निर्भर करती हैं। इसी कारण पंजाब सरकार ने 2009 से पंजाब सब-सॉइल एक्ट बनाकर धान की रोपाई का समय 10 जून निर्धारित किया था। हर साल इस समय में कुछ दिनों का बदलाव किया जाता है और इस साल राज्य को 3 जोनों में बांटकर 1 जून से ही धान की रोपाई की इजाजत दी गई थी, जबकि कुछ जिलों में 5 जून और उसके बाद धान लगाने की इजाजत दी गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि धान की रोपाई का एक-एक दिन पानी के उपयोग को घटाने-बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाता है। अब जबकि 13 जिलों में काफी बारिश हुई है, तो इन जिलों में तो राहत मिलने की संभावना है। लेकिन गुरदासपुर सहित अन्य जिलों में अभी भी काफी मुश्किल है।
विभिन्न जिलों स्थिति
जानकारी के अनुसार, राज्य के कुल 23 में से 13 जिलों में 1 जून से 17 जून तक सामान्य बारिश या इससे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इनमें अमृतसर, बरनाला, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, मोगा, मुक्तसर, पटियाला, रूपनगर, संगरूर, एस.बी.एस. नगर आदि जिले शामिल हैं। इनमें से कई जिलों में बारिश की मात्रा खेतों में मिट्टी से सूखे को खत्म करने के लिए पर्याप्त थी, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। विशेष रूप से, धान के लिए खेत तैयार करने और पहले से लगाए गए धान को पानी देने के लिए ट्यूबवैलों पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना पड़ा।
किन जिलों में हुई कितनी बारिश
निम्नलिखित कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें सामान्य के मुकाबले ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, बरनाला:71.3 मि.मी., लुधियाना: 65.1 मि.मी., रूपनगर: 59.9 मि.मी., मोगा: 42.5 मि.मी., फरीदकोट: 36.6 मि.मी., पटियाला: 35.1 मि.मी., एस.बी.एस. नगर: 38.2 मि.मी.।
5 जिलों में हुई बहुत कम बारिश
निम्नलिखित कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें सामान्य के मुकाबले कम बारिश हुई है, जिस कारण इन जिलों में लोग गर्मी से जूझ रहे हैं और साथ ही भूमिगत पानी पर बोझ बढ़ रहा है, तरनतारन: 0.1 मि.मी., अमृतसर: 0.4 मि.मी., कपूरथला: 4.9 मि.मी., जालंधर: 7.9 मि.मी., गुरदासपुर: 8.3 मि.मी.।
तापमान में गिरावट, पर गर्मी से नहीं मिली राहत
गुरदासपुर जिले में बेशक बारिश कम हुई है, पर तापमान 40 से 45 डिग्री सैल्सियस से घटकर 35 डिग्री के करीब रह गया है। फिर भी गर्मी से अभी भी लोगों को राहत नहीं मिली है। अभी आने वाले 2-3 दिनों तक तापमान इसके आसपास ही रहने की संभावना है। अभी भी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है, जिसका असर लोगों के कारोबारों और आम जनजीवन पर पड़ रहा है। इस जिले में धान की रोपाई का काम भी ट्यूबवैलों पर निर्भर है।
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