लोग भगवंत मान सरकार की कारगुजारी से बेहद खुश: विधायक गुरमीत सिंह

punjabkesari.in Tuesday, May 02, 2023 - 11:40 AM (IST)

जालंधर (जगवंत, सोमनाथ): जालंधर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए 10 मई को मतदान होने जा रहा है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सियासी गतिविधियां और चुनाव प्रचार तेज होता जा रहा है। हर एक पार्टी के सीनियर नेताओं ने जालंधर में डेरा डाला हुआ है। इस कड़ी में लम्बी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरमीत सिंह खुड्डियां भी जालंधर पहुंचे हुए हैं। पंजाब केसरी के साथ हुई विशेष बातचीत में गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि उन्होंने जालंधर लोकसभा हलके के अंतर्गत विभिन्न गांवों, कस्बों और शहरों का दौरा किया है। इस दौरान उन्हें यह बात देखने को मिली है कि लोग मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और जन कल्याण के लिए लागू की गई नीतियों और भगवंत मान सरकार की एक साल की कारगुजारी से बेहद खुश हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील रिंकू की जीत निश्चित है।

पिछले चुनावों से अलग साबित होंगे यह चुनाव जालंधर लोकसभा उपचुनाव को लेकर मतदान में कुछ दिन शेष हैं। इस चुनाव को लेकर आपको क्या लगता है? इस पर विधायक गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन से यह सीट खाली हुई है। पहला समय अलग था और अब समय अलग है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सत्ता में आई आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनहित में बहुत अच्छे फैसले लिए हैं, जिससे लोगों की काफी समस्याएं हल हुई हैं। इसलिए यह चुनाव पिछले चुनावों से अलग साबित होंगे।

‘आप’ सरकार द्वारा पहले साल पूरी हुई गारंटियों से लोगों में आस बंधी

लोग आम आदमी पार्टी को वोट क्यों दें? इस पर विधायक ने कहा कि आम आदमी पार्टी की पहली गारंटी 600 यूनिट बिजली मुफ्त देना थी। सत्ता में आने के बाद ‘आप’ सरकार ने 3 महीने के भीतर लोगों को 600 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वायदा पूरा कर दिया। यह सुविधा किसी एक वर्ग को नहीं बल्कि सभी वर्गों को दी गई। इसके अलावा दूसरी गारंटी मोहल्ला क्लीनिक की दी गई थी। अब तक पंजाब में 500 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक खोले जा चुके हैं और इस चुनाव के बाद और मोहल्ला क्लीनिक खोले जाने की तैयारी है। इन मोहल्ला क्लीनिकों में जांच के अलावा मरीजों को मुफ्त दवाइयां दी जा रही हैं तथा मुफ्त टैस्ट की सुविधा दी गई है। अब तक लाखों लोग मोहल्ला क्लीनिकों से लाभ उठा चुके हैं।

इसके अलावा हर एक विधानसभा हलके में स्कूल ऑफ एमिनैंस खोले जा रहे हैं तथा प्रिंसीपलों और अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा गया। यही नहीं सरकार ने पहले ही साल में 28000 से ज्यादा नौजवानों को नौकरियां दी हैं, जिसका निश्चित ही इस उपचुनाव में सरकार को लाभ मिलेगा और लोगों को आस बंधी है कि आगे भी उन्हें इन जनकल्याणकारी सुविधाओं का लाभ मिलता रहेगा।

चौधरी के 9 साल तक सांसद रहने के बावजूद जालंधर में समस्याएं क्यों हैं? 

सांसद चौधरी संतोख सिंह के निधन के बाद जालंधर लोकसभा सीट खाली हुई थी और कांग्रेस पार्टी ने सहानुभूति की वोट लेने के लिए उनकी पत्नी करमजीत कौर को टिकट दी है। क्या आपको लगता है कि उन्हें सहानुभूति की वोट मिलेगी? इस पर विधायक ने कहा कि इसका थोड़ा-बहुत असर तो हो सकता है लेकिन लोग यह भी सोचते हैं कि एक सांसद को हमने 9 साल दिए लेकिन उसके हलके में आज भी समस्याएं ज्यों की त्यों हैं। एक सांसद के पास खर्च करने के लिए बहुत सारे फंड होते हैं, फिर भी समस्याओं का होना बड़ी हैरानी की बात है। इसलिए राज्य में जिस पार्टी की सरकार हो उसका सांसद चुना जाए तो केंद्र सरकार से राज्य के लिए कोई बड़ा प्रोजैक्ट लाने में आसानी होगी। 

भगवंत मान सरकार के काम बोलते हैं

जालंधर में आप किन-किन पार्टियों में मुकाबला मानते हैं। इस पर विधायक खुड्डियां ने कहा कि हमारा मुकाबला किसी पार्टी से नहीं है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने एक साल के छोटे से कार्यकाल में वे काम किए हैं जो दूसरी सरकारें कई बार 5-5 साल में भी नहीं करती हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार को छोड़कर राज्य में कोई भी राजनीतिक पार्टी यह दावा नहीं कर सकती कि उसने पहले ही साल में भगवंत मान सरकार जितने जनकल्याण के काम किए हैं। भगवंत मान सरकार के काम बोलते हैं।

सुशील रिंकू जनता से जुड़े नेता हैं और जीतने की क्षमता रखते हैं

विरोधी कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को सत्ता में आए एक साल हो गया है। पार्टी की राज्य में सरकार भी थी और समय भी था लेकिन फिर पार्टी को बाहर से दूसरी पार्टी से उम्मीदवार क्यों लाना पड़ा। इस पर विधायक खुड्डियां ने कहा कि यह फैसला हाईकमान ने करना होता है कि किस को चुनाव मैदान में उतारना है। लोगों से जुड़े नेताओं को सभी पार्टियां अपनी ओर खींचना चाहती हैं और आम आदमी पार्टी भी चाहती है कि इस उपचुनाव में उसका उम्मीदवार जीते। इसलिए जो नेता जनता से जुड़ा हुआ होता है और जीत की क्षमता रखता हो उसे चुनावी मैदान में उतारा जाता है। सुशील रिंकू जनता से जुड़े नेता हैं और जालंधर की समस्याओं से भली-भांति जागरूक हैं। इसलिए पार्टी ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है।

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News Editor

Urmila

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