विदेशी प्याज का स्वाद नहीं भा रहा लोगों को

punjabkesari.in Sunday, Dec 29, 2019 - 06:47 PM (IST)

मोगा (संजीव): अफगानिस्तान से आ रहे प्याज के आयात में वृद्धि होने पर भी नासिक से आने वाले प्याज का मूल्य 110 किलो में बिक रहा है। अफगानिस्तान का प्याज खाने में स्वाद न होने के चलते थोक व्यापारियों को परचून में प्याज बेचने वाले खरीदार नहीं मिल रहे तुर्की, मिस्र, अफगानिस्तान से प्याज आयात के उपरांत भी प्याज ने अभी तक घरों और रैस्टोरेंटो की रसोई का बजट बिगाड़ रखा है। अफगानिस्तान का प्याज आकार में काफी बड़ा है। यह प्याज 1 किलो में मात्र 3 से 4 पीस ही चढ़ता है। नासिक के प्याज से 35 से 40 कम होने के उपरांत भी अफगानिस्तान के प्याज की बिक्री उतनी नहीं है, जितनी नासिक वाले प्याज की है। 

पुरानी सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेता मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि मीठा होने के कारण अफगानिस्तानी प्याज के खरीदार नहीं मिल रहे हैं। मंडी में 55 किलो बिकने वाला अफगानिस्तान तुर्की या मिस्र का प्याज खुदरा बाजार में 65 किलो तक बिक रहा है, परंतु फिर भी इसके मुकाबले ग्राहक भारतीय प्याज को ही खरीद रहे है। जिला मोगा के लोगों को अफगानिस्तान या तुर्की से आए प्याज का स्वाद नहीं भा रहा है। अनेक होटल व रैस्टोरेंट के मालिकों ने इस प्याज का प्रयोग न करने का फैसला कर लिया है, मांग कम होने के कारण व्यापारियों ने भी अफ़गानिस्तानी प्याज मंगाना कम कर दिया है। मोगा के एक प्रसिद्ध ढाबे वाले सुशील शर्मा ने बताया कि अफगानिस्तान प्याज के स्वाद में कसैला पन ज्यादा होने के चलते सब्जियों का स्वाद भी बिगड़ जाता है। इस कारण उन्होंने विदेशी प्याज का प्रयोग न करने का फैसला लिया है।

कई वर्षों पुरानी भटूरा रेहडी के छल्ला प्याज और हरी मिर्च के साथ मिलते छोले भटूरे को स्वाद दूर-दूर तक मशहूर है। इसके मालिक राजकुमार ने बताया कि प्याज के आसमान छूते मूल्यों के कारण हम अपनी पुरानी परंपरा को तोड़कर मूली के साथ छोले भटूरे परोस रहे हैं। ग्रहणी सीमा गुप्ता ने कहा के देसी प्याज में जो स्वाद है वह विदेशी प्याज में नहीं आ रहा है बाजार में पीले रंग का जो प्याज आ रहा है, वह सस्ता जरूर है, लेकिन उसमें स्वाद नहीं है। कुछ होटलों रैस्टोरेंट्स व टिफिन सर्विस वालों ने कहा कि हम एकदम से अपने मीनू में रेट नहीं बढ़ा सकते, इसलिए विदेशी प्याज का प्रयोग करने के बाद भी हमारा मुनाफा समाप्त हो चुका है विदेशी प्याज ने तो हमारा व्यापार ही चौपट कर दिया है।
 

Mohit