धुंध का असर सब्जी के रेटों पर भी: लोगों ने सब्जी की बजाए दालों को पहल देनी शुरू की
punjabkesari.in Friday, Jan 03, 2020 - 10:16 AM (IST)
दसूहा(संजय): इस बार पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने जहां लोगों के जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं दूसरी तरफ इस कोहरे व धुंध का असर सब्जियों पर भी पड़ रहा है, जिस कारण सब्जियों के रेट बढ़ते जा रहे हैं। सब्जी के बढ़े भाव के कारण लोगों ने सब्जी की बजाए दालों को पहल देनी शुरू कर दी है। सब्जी विक्रेता ने और मंडी के आढ़तियों ने बताया कि जिस तरह से सब्जियों के रेट बढ़ रहे हैं उससे लगता कि अगर कोहरे का प्रकोप इसी तरह जारी रहा तो सब्जियों के भाव और भी बढ़ने की उम्मीद है। पहले जितनी सब्जी बिकती थी उतनी अब नहीं बिक रही है जिन सब्जियों के भाव ज्यादा हैं लोग उनका रेट पूछ कर ही पीछे हट जाते हैं और जो सब्जी का रेट थोड़ा बहुत कम होता है उसे ही वह खरीदने में पहल देते हैं।
मंडियों में भी किसान जो सब्जी लेकर आ रहे हैं वह पूरी बिक नहीं रही है। सब्जी विक्रेता पहले से कम ही सब्जी खरीद रहा है क्योंकि उसको भी डर रहता है कि रेट ज्यादा होने के कारण शायद पूरी सब्जी बिक न पाए जिस कारण उनको नुक्सान होने का डर सताया रहता है। एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि पहले सब्जी लेने वाले ग्राहक को सब्जी के साथ-साथ फ्री में हरी मिर्च और हरा धनिया देते थे अब उन्हें ही हरी मार्च लगभग 50 रुपए किलो मिल रही है, इसलिए अब उन्हें यह चीजें मुफ्त में ग्राहक को देने पर संकोच होता है।
इस समय हरे मटर 50, टमाटर 40, आलू 25, गोभी 30, शलगम 30, शिमला मिर्च 70, प्याज 80, अदरक 100, लहसुन 200 के आसपास बिक रहा है, जिस कारण लोगों द्वारा दालें खरीदने को पहल दी जा रही है। इस संबंधी कुछ किसानों ने बताया कि सर्दी के मौसम के कारण सब्जी तोड़ने के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं और जो लोग पहले इस काम पर लगे हुए थे वह भी ज्यादा पैसे मांग रहे हैं इसलिए भी सब्जी के रेटों पर इसका असर पड़ रहा है।