निजी अस्पताल में लापरवाही से व्यक्ति की मौत

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 10:08 PM (IST)

बठिंडा(विजय): स्थानीय मालरोड पर हड्डियों के एक डाक्टर द्वारा मरीज के इलाज दौरान की गई लापरवाही से व्यक्ति की मौत को लेकर मृतक के परिजनों ने साथियों सहित अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन किया और डाक्टर पर मामला दर्ज करने की मांग की। गांव भागू निवासी भगवंत सिंह (42) पुत्र बलवीर सिंह की कुछ समय पहले दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी हिल गई थी जिसका इलाज माल रोड स्थित राम सिंह जौड़ा अस्पताल में चल रहा था।

मृतक के रिश्तेदार बलविंद्र सिंह ने बताया कि दोपहर 12:30 बजे भगवंत सिंह की कमर में दर्द हो रहा था, जिसे अस्पताल लाया गया डाक्टरों ने उसे 2 इंजैक्शन लगाए तो उसकी हालत बिगडऩे लगी तो डाक्टर ने तुरंत अन्य अस्पताल में ले जाने के लिए कहा। उसके सामने ही ग्लोबल अस्पताल था, जैसे ही वह भगवंत सिंह को ले जाने लगे तो उसने दम तोड़ दिया। जिसे लेकर परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया और शव को सड़क के बीचो बीच रख माल रोड जाम कर दी व डाक्टर खिलाफ नारेबाजी की। इस धरने का नेतृत्व गांव का सरपंच जगदेव सिंह कर रहा था, ने बताया कि भगवंत सिंह ठीक ठाक था, लेकिन गलत इंजैक्शन लगाने से उसकी मौत हुई। उसने बताया कि भगवंत सिंह के दो बच्चे हैं जबकि 15 साल की बेटी व एक 10 वर्षीय बेटा है।

घर में कमाने वाला भी कोई नहीं उसके पास थोड़ी से जमीन थी और खेतीबाड़ी कर पेट पालता था। उन्होंने मांग की जब तक आरोपी डाक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं होता, वह लाश को नहीं उठाएंगे। सड़क जाम की सूचना मिलते ही थाना कोतवाली पुलिस व डी.एस.पी. रोमाणा मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की और विश्वास दिलाया कि डाक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। लेकिन प्रदर्शनकारी कह रहे थे, जब तक एफ.आई.आर. की कापी उन्हें नहीं मिलती, वह यहां से नहीं उठेंगे देर रात तक धरना जारी था, जबकि पुलिस ने मालरोड को दोनों ओर से सील कर दिया। जिससे यातायात में वाधा उत्पन हुई व लोगों के लिए परेशानी बनी। मौके पर आई.एम.ए. के अधिकारी भी पहुंचे उन्होंने भी मृतक के परिजनों को समझाने की कोशिश की।

क्या कहते है डी.एस.पी.
डी.एस.पी. गुरजीत सिंह रोमाना ने बताया कि पुलिस ने मृतक के इलाज संबंधी सारा रिकार्ड डाक्टर से जब्त कर लिया है, मैडीकल डाक्टरों की 3 सदस्य टीम मृतक का पोस्टमार्टम करेगी अगर इलाज में कोई लापरवाही हुई तो डाक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नियमों अनुसार सिविल अस्पताल के पैनल में 3 डाक्टर ही इस मामले की जांच करेंगे और उनकी रिपोर्ट के बाद कार्रवाई संभव है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को विश्वास दिलाया गया कि उनके साथ बेइंसाफी नहीं होगी लेकिन वह अड़े हुए है। 

क्या कहते है डाक्टर
निजी अस्पताल संचालक डा. राम सिंह जौड़ा का कहना है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं, जबकि उन्होंने सही इलाज किया इसका रिकार्ड पुलिस को भी दे दिया गया है। मरीज की हालत नाजुक थी जिसे बड़े अस्पताल में ले जाने के लिए रैफर किया था लेकिन इस दौरान उसकी मौत हो गई तो इसमें उनका कोई कसूर नहीं।

क्या कहते है आई.एम.ए.
आई.एम.ए. के अध्यक्ष विकास छाबड़ा अनुसार डाक्टर राम सिंह जौड़ा ने सही इलाज किया मरीज जिसकी हालत नाजुक थी स्टेचर पर उसे लाया गया तो डाक्टर जौड़ा ने उसे लाइफ सेविंग 2 इंजैक्शन दिए लेकिन हालत गंभीर थी तो उसे ग्लोबल अस्पताल जाने का सुझाव दिया । उन्होंने बताया कि 5 सितंबर व 9 सितंबर को भी मरीज को इसी अस्पताल में लेकर आए थे,डाक्टर ने उन्हें दाखिल होने के लिए कहा लेकिन उनके परिजन नहीं माने। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने केवल शव को सड़क पर रखकर ही प्रदर्शन किया अस्पताल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। 

 

Des raj