पैट्रोलियम पदार्थों पर वैट एक समान न होने से पंजाब को हुआ 175 करोड़ का घाटा

punjabkesari.in Friday, Sep 28, 2018 - 09:06 AM (IST)

लुधियाना (खुराना): पिछले करीब 3 वर्षों में पैट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि होने के बावजूद पंजाब सरकार के राजस्व में भारी कमी आई है, जबकि राज्य से सटे सभी पड़ोसी राज्यों की सरकारों के टैक्स में 10 फीसदी के करीब बढ़ौतरी हुई है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2017-18 में पंजाब सरकार को पैट्रोलियम पदार्थों की बिक्री पर 5,658 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था जोकि वर्ष 2016-17 के मुकाबले 175 करोड़ रुपए कम है अर्थात 16-17 में सरकार ने उक्त कारोबार से 5,833 करोड़ का राजस्व कमाया था।ऐसे में सवाल पैदा होता है कि आखिर क्यों सरकार को मिलने वाले राजस्व का आंकड़ा इतना नीचे लुढ़क गया जबकि इस दौरान जहां पैट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ौतरी होने के कारण राजस्व में भी बढ़ौतरी होनी चाहिए थी, लेकिन नतीजा रहा उम्मीदों के उलट। 


पैट्रोलियम पदार्थों की बिक्री में बनेगी तेजी
अब जब उत्तर भारत के 6 राज्यों की सरकारों में विभिन्न प्रकार से पैट्रोलियम पदार्थों पर वसूले जा रहे वैट को एक समान करने की बात चली है तो इसका सबसे बड़ा लाभ पंजाब राज्य को मिलने की उम्मीद जगी है। अगर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल व चंडीगढ़ राज्य की सरकार वैट को एकारूप देने की बात पर सहमत हो जाती है तो इसका बड़ा लाभ जहां राज्य की जनता को मिलेगा वहीं राज्य में पड़ते पैट्रोल पम्पो पर पैट्रोलियम पदार्थों को बिक्री में भी तेजी आएगी।


चंडीगढ़ में पंजाब के मुकाबले पैट्रोल 8 व डीजल 2 रुपए से अधिक सस्ता
अब अगर बात की जाए पंजाब की बगल में पड़ते चंडीगढ़ की तो यहां के पैट्रोल पम्पों पर पंजाब के मुकाबले पैट्रोल 8 रुपए व डीजल 2.20 रुपए कम कीमतों पर मिलता है जबकि अन्य रहते पड़ोसी राज्यों में भी पैट्रोल की कीमतें करीब 5 रुपए प्रति लीटर कम हैं। ऐसे में सवाल पैदा होता है कि पंजाब से अन्य राज्यों में जाने वाले या फिर अन्य राज्यों से पंजाब से आने वाले टूरिस्ट अपनी गाडिय़ों में पंजाब में महंगी कीमतों पर पैट्रोल की खरीद क्यों करेंगे।

माफिया राज हो सकेगा समाप्त 
भविष्य के दिनों में अगर 6 राज्यों पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान, यू.पी. व दिल्ली में पैट्रोल-डीजल की कीमतें एक समान हो जाती हैं तो ट्रेड में सक्रिय माफिया राज का भी खात्मा होना तय है। इसके बदले में माफिया को मात्र 1 गाड़ी तेल की सरहद पार करने के एवज में करीब 1 लाख रुपए की काली कमाई हो रही है। 


6 विभिन्न राज्यों द्वारा पिछले 2 वर्षों में जुटाए गए राजस्व का ब्यौरा
1
. पंजाब    राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    5,833 करोड़
     वर्ष 2017-18    5,658 करोड़
         175 करोड़ का नुक्सान
2. राजस्थान    राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    10,590 करोड़
     वर्ष 2017-18    11,529 करोड़
         939 करोड़ की बढ़ौतरी
3. हरियाणा    राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    7000 करोड़
     वर्ष 2017-18    7655 करोड़
         655 करोड़ का बढ़ौतरी
4. हिमाचल    राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    317 करोड़
     वर्ष 2017-18    344 करोड़
         27 करोड़ का बढ़ौतरी
5. दिल्ली    राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    3589 करोड़
     वर्ष 2017-18    3930 करोड़
        341 करोड़ का बढ़ौतरी
6. जम्मू-कश्मीर     राजस्व की राशि 
     वर्ष 2016-17    1110 करोड़
     वर्ष 2017-18    1329 करोड़
         219 करोड़ का बढ़ौतरी

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