चंडीगढ़ में PGI ने कर दिखाया कमाल, बिना सर्जरी के बदला 2 मरीजों का हार्ट वाल्व

punjabkesari.in Friday, Jul 02, 2021 - 12:07 PM (IST)

चंडीगढ़(पाल): पी.जी.आई. अब नॉर्थ का पहला ऐसा मैडीकल इंस्टीच्यूट बन गया है जहां मरीज का हार्ट वाल्व बिना सर्जरी के ट्रांसकैथेटर पल्मोनरी वाल्व रिप्लेसमैंट (टी.पी.वी.आर.) तकनीक से बदला गया है। पी.जी.आई. एडवांस कार्डियक सैंटर के डॉक्टरों ने 2 मरीजों का वाल्व इस तकनीक से बिना सर्जरी बदला है। दोनों मरीज ठीक हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। मरीजों में 25 साल का युवक और 56 साल की महिला है। 

डॉ. रोहित ने बताया कि दोनों मरीजों को फैलोट की टेट्रालॉजी (टी.ओ.एफ. यानी जन्म से हार्ट का वाल्व खराब होना) बीमारी थी। वैसे ओपन सर्जरी के जरिए ही वाल्व को बदला जाता है लेकिन इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वाल्व ज्यादा से ज्यादा 12 साल तक ही सही काम कर पाता है, ऐसे में मरीज को दोबारा सर्जरी की जरूरत पड़ती है। कई मरीज दोबारा भी सर्जरी कराते हैं लेकिन वह बहुत मुश्किल होती है। एक से ज्यादा बार ओपन हार्ट सर्जरी आसान नहीं है। कभी मरीज भी उसके लिए फिजिकली फिट नहीं होता। 

टी.पी.वी.आर. तकनीक उन्हें सर्जरी से बचाने का काम करती है। इस तकनीक की मदद से इन मरीजों का डैथ रेट भी कम होगा। एंजियोग्राफी की तरह हम इसमें टांग के जरिए ट्रांसकैथेटर डाल मरीज का वाल्व बदल देते हैं। रिकवरी जल्दी और हॉस्पिटल स्टे भी मरीज का इसमें कम रहता है। हालांकि अभी तक इस तकनीक को पहली बार वाल्व बदलने में इस्तेमाल नहीं किया गया है।

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Vatika