फगवाड़ा विवाद: भाजपा व संघ के लोगों के नाम आने से खड़े हुए सवाल

punjabkesari.in Sunday, Apr 22, 2018 - 09:48 AM (IST)

जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी बेशक खुद को दलित हितैषी दल के साथ-साथ अमन व कानून पसंद पार्टी होने का तमगा देती नहीं थकती लेकिन फगवाड़ा विवाद में पार्टी के वर्करों के नाम सामने आने पर पार्टी के लिए नई मुसीबत पैदा हो गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने भी इस मामले में उचित जांच की मांग करते हुए राजनीतिक षड्यंत्र की बात कही थी लेकिन जिस तरह से भाजपा के लोगों के नाम सामने आए हैं, उससे भाजपा ही बैकफुट पर आ गई है। 

भाजपा व संघ वर्कर भी शामिल
जानकारी के अनुसार फगवाड़ा विवाद में भाजपा के कुछ लोगों पर मामला तो दर्ज हुआ ही साथ ही एक वर्कर को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस की तरफ से दर्ज किए गए मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह योगेश प्रभाकर, भाजपा के युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष बल्लू वालिया, मंडल उपाध्यक्ष बंटू वालिया, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा महासचिव साबी तथा मौजूदा मंडल अध्यक्ष राजू चाहल के नाम शामिल हैं। राजू चाहल को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।  

भाजपा खुद ही फंसी 
भारतीय जनता पार्टी के नेता मामले में राजनीतिक षड्यंत्र होने की बात तो कर रहे हैं तथा मामले में रा’य की सरकार पर आरोप लगा रहे हैं लेकिन जिस तरह से दर्ज एफ.आई.आर. में भाजपा व संघ के लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, उससे भाजपा खुद ही अपनी बातों में फंस गई है। अगर यह राजनीतिक षड्यंत्र है तो जाहिर है कि भाजपा भी इस षड्यंत्र में शामिल हो सकती है। अगर वह इसमें शामिल नहीं है तो फिर भाजपा व संघ के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किस आधार पर हो गया। संभवत: भाजपा के लोग इस दर्ज मामले को भी राजनीतिक षड्यंत्र के तौर पर देख रहे हों। जांच के लिए भेजे गए जब्त हथियार फगवाड़ा विवाद में चली गोलियां किसने चलाई हैं, इस बारे में अभी तक पुलिस को साफ नहीं हो सका है। वैसे पुलिस ने गिरफ्तार हिंदू शिवसेना के नेताओं तथा अन्यों के लाइसैंसी हथियार जब्त कर लिए हैं। इन हथियारों को फोरैंसिक जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि गोली किसके हथियार से चली। अगर चली गोलियां इन जब्त हथियारों से नहीं चली पाई गईं तो इस मामले में अवैध हथियारों के प्रयोग की बात सामने आ सकती है। 

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