CBSE को हुई बच्चों की सेहत की चिंता, स्टूडैंट्स के लिए फिजिकल एजुकेशन विषय अनिवार्य

punjabkesari.in Thursday, Mar 29, 2018 - 10:57 AM (IST)

लुधियाना (विक्की): सैंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंडरी एजुकेशन (सी.बी.एस.ई.) को अब शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों की सेहत की ङ्क्षचता होने लगी है। यही वजह है कि स्टूडैंट्स को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से बोर्ड ने 9वीं से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में हैल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन विषय को अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड ने स्कूलों को इसे अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश भी दिए हैं, जिनके मुताबिक स्कूलों को प्रतिदिन इस विषय की एक क्लास अवश्य लगानी होगी। 

इसी सैशन से लागू होंगे आदेश
कई स्कूल फिजिकल एजुकेशन को इसलिए जरूरी विषय नहीं बनाते कि कहीं अन्य विषयों में विद्यार्थी पढ़ाई में पिछड़ गया तो उनके स्कूल का रिजल्ट प्रभावित होगा। बोर्ड ने बच्चों के समग्र विकास के लिए फिजिकल एजुकेशन विषय को मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया है। नए सैशन से स्कूलों में अब यह विषय 9वीं से 12वीं के स्टूडैंट्स के लिए अनिवार्य होगा। 


टाइम टेबल में रखना होगा एक पीरियड 
सी.बी.एस.ई. के आदेशों के मुताबिक स्कूलों को नया टाइम टेबल बनाते समय एक पीरियड इस विषय के सभी विद्याॢथयों के लिए रखना होगा। कुछ स्कूल पिं्रसीपलों के मुताबिक बोर्ड का यह अच्छा फैसला है। अगर स्टूडैंट्स स्कूल समय के दौरान खेलों में भाग लेंगे तो निश्चित ही उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। 


सी.बी.एस.ई. के आदेश तो अच्छे हैं लेकिन रोजाना एक पीरियड देना स्कूलों के लिए कठिन हो जाएगा, क्योंकि स्कूलों ने पहले से ही बोर्ड के निर्देशों को अमल में लाकर विभिन्न विषयों का टाइम टेबल सैट किया हुआ है। अब नए आदेशों के बाद सी.बी.एस.ई. को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि अगर फिजिकल एजुकेशन का प्रतिदिन एक पीरियड अनिवार्य करना है तो कौन-से विषय का पीरियड कम करना होगा, ताकि स्कूलों को सही स्थिति पता चल सके। 
पिं्र. डी.पी. गुलेरिया, डायरैक्टर लुधियाना सहोदया स्कूल्स।
 

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