नमकीन खाने वाले हो जाएं सावधान, मिलाया जा रहा जहर

punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2019 - 02:30 PM (IST)

जालंधरः स्वास्थय विभाग ने दिवाली के दिनों में छापेमारी कर खाद्द पदार्थ बेचने वाली दुकानों से 137 सैंपल लिए थे। ये सभी सैंपल चंडीगढ़ की लैब में टैस्ट के लिए भेजे गए थे। इनमें से तकरीबन 45 सैंपल पूरी तरह से फेल हो गए। जानकारी के अनुसार नमकीन में कपड़ा रंगने वाला सिंथेटिक कलर मिलाया गया है, जिससे ये साबित होता है कि मिलावटखोरों ने मिठाई के साथ-साथ नमकीन में भी मिलावट शुरू कर दी है। 

ए.डी.सी. जनरल जसबीर सिंह का कहना है कि प्रशासन ने 13.5 लाख रुपए जुर्माना करके 19 फर्मों के खिलाफ जांच करने के नोटिस जारी किए हैं। इनकी रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इनमें से कई फर्मों पर सुनवाई चल रही है, जबकि कई पर कार्रवाई करनी बाकी है। उन्होंने बताया कि दिवाली के दिनों में शिकायत मिलने पर उनकी टीम द्वारा कई जगहों पर छापेमारी की गई। उन्होंने पनीर, मिठाई, नमकीन, दूध, देसी घी, मसाले आदि के सैंपल लिए थे। जांच में पता चला है कि नमकीन में  सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल किया गया है। 

उन्होंने बताया कि दूध और पैकेट वाली मिठाइयों में भी मिलावट हुई है। मिठाइयों में पैन में इस्तेमाल होने वाली सयाही पाई गई है, जिससे गंभीर बीमारी भी हो सकती है। देसी घी भी 500 रुपए प्रति किलो बिकता है लेकिन कई दुकानदार इसे अढाई सौ या 300 रुपए प्रति किलो भी बेच रहे हैं। इसमें खुशबू के लिए सैंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं सरसों के तेल की कीमत बाजार में 130 रुपए प्रति किलो के करीब है लेकिन कई जगहों पर 90 से 100 रुपए में भी बिक रहा है। उन्होंने बताया कि बेसन में पीला रंग मिलाया जा रहा है। जहां से 50 पैकेट प्राप्त हुए थे, प्रशासन ने उस फर्म पर 25 हजार का जुर्माना लगाया है।

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Sunita sarangal