सावधान: फलों के नाम पर बाजारों में बिक रहा जहर

punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 03:43 PM (IST)

बटाला: वैसे तो डॉक्टर्ज और स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए फल और हरी सब्जियां खाने को कहते हैं, परन्तु तब क्या किया जाए जब वहीं फल, सब्जियां लोगों के लिए घातक सिद्ध हो जाए। आजकल बाजारों में धडाधड़ मिलावटी पदार्थों की ब्रिकी हो रही है। इसके अतिरिक्त फलों और सब्जियों को भी रसायनों से पकाकर बाजारों में बेचा जा रहा है। जिसे खाने से लोगों को कैंसर जैसी भयानक बीमारियां का शिकार होना पड़ रहा है, वहीं जिला प्रशासन उक्त फलों एवं सब्जियों में विषैले रसायन के हो रहे प्रयोग पर पाबंधी लगाने में बुरी तरह नाकाम साबित हुआ है।

इन दिनों शहर में कैल्शियम कार्बोहाइड्रेट से तैयार किए गए फल रेहडिय़ों व दुकानों पर आम बिक रहे हैं। उक्त रासायन का इस्तेमाल कुछ दुकानदार फलों को चमकीला बनाने व पकाने के लिए करते हैं। बाहर से तो फल देखने में पूरा पका हुआ लगता है, पर अंदर से कच्चा होता है। आज पंजाब केसरी की टीम द्वारा जब शहर की विभिन्न दुकानों व रेहडिय़ों का दौरा किया गया तो देखा कि केले, सेब, आम, पपीता आदि फलों को पकाने में कैल्शियम कार्बोहाइड्रेट का प्रभाव प्रतक्ष नजर आ रहा था। जब एक दुकानदार के पास गए तो देखा कि वह केले बेच रहा था, जिसका रंग बाहर से ठीक था, पर छीलने पर देखा कि केला कच्चा था और उसका स्वाद भी अलग था। कुछ दुकानदारों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त में बताया कि जिन फलों की डिमांड ज्यादा होती है, उनको रासायनिक पदार्थो का इस्तेमाल करके पका लिया जाता है। 

उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा आसानी से इन फलों को खाया जा रहा है और बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह फल शहर में कुछ व्यापारी अपने गोदामों में तैयार कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने बताया कि कैल्शियम कार्बोहाइड्रेट के साथ पके फल खाने से शरीर पर अनेकों हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं। जिससे व्यक्ति के सिर दर्द, मिर्गी, कैंसर, चक्कर आने, मानसिक परेशानी, याददाशत का कम होना, दिमागी सूजन आदि रोग लग सकते हैं।

क्या कहना शहर के समाज सेवी ब्यूटी रंधावा का
इस संबंधी जब समाज सेवक तेजिन्द्र सिंह ब्यूटी रंधावा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है और फ्रूट के व्यापारी गोदामों में फलों को घातक दवाईयों से पक्का रहे हैं, उनके गोदामों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को छापेमारी करके उन पर बनती कार्रवाई करनी चाहिए। तांकि कोई भी व्यापारी लोगों के स्वास्थ्य से किसी प्रकार का खिलवाड़ न हो सके।

Vaneet