जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला: विधायक बंडाला की कोठी का सैंकड़ों अकालियों ने किया घेराव

punjabkesari.in Thursday, Aug 06, 2020 - 11:27 AM (IST)

अमृतसर(छीना): जहरीली शराब पीने से हुई मौतो का मामला दिन-व-दिन गर्माता ही जा रहा है, जिसके विरोध में आज शिरोमणि अकाली दल बादल के सैंकड़ों नेता और वर्कर हलका दक्षिणी के इंचार्ज तलबीर सिंह गिल के नेतृत्व में हलका जंडियाला गुरु के विधायक सुखविंद्र सिंह डैनी बंडाला की कोठी का घेराव करने पहुंचे, जिनको पुलिस ने कोठी से थोड़ी दूर ही बैरीकेड लगा कर रोक दिया।

इस दौरान अकाली दल बादल के नुमायंदों ने कांग्रेस सरकार व विधायक डैनी बंडाला के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन करते बैरीकेड हटाकर आगे बढऩे का पूरा यत्न किया, परन्तु बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने भारी मुशक्कत के साथ मोर्चा संभालते उनको आगे बढऩे से रोक लिया। इस मौके पर जिला अकाली जत्था शहरी के प्रधान गुरप्रताप सिंह टिक्का, मलकियत सिंह ए.आर., बौनी अमरपाल सिंह अजनाला, मनजीत सिंह मन्ना मियांविंड, बलजीत सिंह जलाल उसमा (सभी) पूर्व विधायक खास तौर पर उपस्थित थे। तलबीर सिंह गिल ने कहा कि पंजाब में नशों का कारोबार राजनीतिक सरप्रस्ती तले ही चल रहा है और माझे में जहरीली शराब पीने से जिन बेकसूर लोग मौत के मुंह में गए हैं उसके लिए सीधे तौर पर हलका विधायक ही जिम्मेदार हैं। 

उन्होंने कहा कि गांव जलाल में नाजायज शराब की छापरामारी करने पहुंचे एक्साईज विभाग के अधिकारियों पर विधायक डैनी बंडाला ने नाजायज पुलिस केस दर्ज करवा कर नशा सौदागरों के साथ अपनी मिलीभुगत का सबूत दिया है, जिस कारण हलका जंडियाला गुरु में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के लिए कांग्रेस का यह विधायक ही जिम्मेदार है, जिसके विरुद्ध हत्या का मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि जहरीली शराब ने अनगिनत घर उजाड़ कर रख दिए हैं और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह डिवीजनल कमिशनर को सभी मामले की जांच सौंपकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं, जबकि ऐसी ही एक जांच दशहरे मौके जोड़ा फाटक पर घटे भयानक रेल हादसेके बाद भी करवाने का ऐलान किया गया था, जिसमें आज तक किसी भी जिम्मेदारी व्यक्ति को आरोपी नहीं ठहराया जा सका। इस दौरान पुलिस के उच्चाधिकारी ने तलबीर सिंह गिल और साथी अकाली नेताओं के साथ बातचीत करके उनका रोष शांत करने का यत्न किया, परन्तु गिल व उनके साथी एक ही बात पर अड़े हुए थे, लेकिन पहले विधायक पर पर्चा दर्ज किया जाए और फिर हम यहां से चले जाएंगे। 

आखिर पुलिस अधिकारी ने प्रदशर्नकारियों को भरोसा दिलाया कि इस सभी मामले की 2 दिवसीय में गहराई के साथ जांच करके आरोपी पाए जाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और जिन आरोपियों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज है उनको भी 2 दिवसीय में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधिकारी के इस भरोसे के बाद चाहे गिल ने धरना समाप्त करने का ऐलान कर दिया, परन्तु साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने असली आरोपियों को बचाने का यत्न किया तो शिरोमणि अकाली दल बादल का यह संघर्ष और तीखा होगा।


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Vaneet

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