जहरीली शराब कांड के बाद आबकारी विभाग ने कसा शिकंजा, 27,600 लीटर कैमिकल युक्त अवैध स्प्रिट बरामद

punjabkesari.in Monday, Aug 10, 2020 - 10:14 AM (IST)

चंडीगढ़/डेरा बस्सी (अश्वनी, गुरप्रीत): जहरीली शराब कांड के बाद शिकंजा कसते हुए आबकारी एवं कर विभाग ने डेरा बस्सी-मुबारिकपुर रोड पर स्थित फोकल प्वाइंट में छापेमारी दौरान रसायनयुक्त 27,600 लीटर अवैध स्प्रिट की बड़ी खेप बरामद की है। इस दौरान 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसमें फर्मों के मालिक भी शामिल हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी खेप है जो विभाग द्वारा पकड़ी गई है।

आबकारी एवं कर विभाग के ज्वांइट कमिश्नर नरेश दुबे ने बताया कि उसकी मोहाली से एक विशेष टीम जिसमें डी.एस.पी. बिक्रम बराड़ भी शामिल थे, ने 3 जगहों पर छापेमारी दौरान 27,600 लीटर रसायन युक्त अवैध स्प्रिट पकड़ी है। छापेमारी दौरान पाया गया कि स्प्रिट को 200 लीटर के 138 ड्रमों में स्टोर करके रखा गया था। यह खेप मोहाली जिले की तहसील डेराबस्सी के गांव देवी नगर से पकड़ी गई थी। विभाग द्वारा मैसर्ज ऐलीकैम कैमीकल्ज गोदाम जोकि ई -68 /69, फोकल प्वाइंट, डेराबस्सी में स्थित है, में की गई छापेमारी के दौरान 200 लीटर 82 ड्रम बरामद किए गए। वहीं डी -11, फोकल प्वाइंट, डेरा बस्सी में मैसर्ज ओम सोलवी ट्रेडिंग में की गई छापेमारी के दौरान 200 लीटर के 49 ड्रम और मैसर्ज प्योर सोल्यूशंज के एफ.-28, फोकल प्वाइंट डेराबस्सी में स्थित गोदाम से 200 लीटर के 7 ड्रम बरामद किए। 

नकली शराब पीने से मरे लोगों से जुड़े तार 
इन फर्मों के तार विभाग द्वारा 23 जुलाई को नकली शराब के कारण घटे दुखांत से तकरीबन एक हफ्ता पहले की गई छापेमारी से जुड़े हैं, जब 5300 लीटर रसायन और स्प्रिट की खेप मैसर्ज बिन्नी कैमीकल्ज के गोदाम से बरामद की गई थी। यह फर्में मैसर्ज बिन्नी कैमीकल्ज को सामान की सप्लाई करती थीं, जिसको बिन्नी कैमीकल्ज द्वारा आगे बाजार में बेच दिया जाता था। पूछताछ में आरोपियों ने यह खुलासा किया है कि वह फार्मास्यूटीकल कंपनियों के माल का निपटारा करती थीं। परन्तु आरोपियों ने उनके द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद और अपने ग्राहकों संबंधी कुछ नहीं बताया। इस मामले में रिकॉर्ड की जांच करने और दोषियों के अगले संबंधों की जांच करने के लिए छानबीन की जा रही है तथा आबकारी विभाग की ओर से इस स्प्रिट की फोरैंसिक विज्ञान लैबोरेटरी के रसायन माहिरों द्वारा जांच करवाई जा रही है। वहीं ज्वाइंट कमिश्नर नरेश दुबे ने कहा कि इस बात भी जांच की जा रही है कि यह स्प्रिट शराब में इस्तेमाल होती है यह नहीं।


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