रिश्वत लेते डी.डी.पी.ओ., सुपरिंटैंडैंट, डिवैल्पमैंट सहायक गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 08:37 AM (IST)

मानसा (जस्सल): विजीलैंस विभाग की टीम ने गांव भैणीबाघा के पूर्व सरपंच मनदीप सिंह से एक मामले में 2 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में डी.डी.पी.ओ. जगतार सिंह सिद्धू, सुपरिंटैंडैंट राकेश कुमार, डिवैल्पमैंट सहायक गुरदर्शन सिंह को उनके दफ्तर से गिरफ्तार किया है। 

विजीलैंस विभाग के अनुसार जब मनदीप सिंह 2008 से 2012 तक गांव भैणीबाघा का सरपंच था तो उस समय गांव भैणीबाघा व गांव तामकोट के बीच जिला जेल बनाने संबंधी दी जमीन के बदले लाखों रुपए सरकार की तरफ से गांव भैणीबाघा की पंचायत को प्राप्त हुए थे, परन्तु इस संबंधी गांव के विकास आदि मामले को लेकर उक्त पैसों में से गांव की पंचायत ने उस समय 45 लाख रुपए बकाया निकाले थे। इस मामले में उस समय के सरपंच मनदीप सिंह पर मामला भी दर्ज हुआ था। 

अब कांग्रेस सरकार बनने पर पूर्व सरपंच ने पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्द्र सिंह बाजवा के पास फरियाद करके उक्त मामले की री-चैकिंग करवाई तो उस की तरफ सिर्फ 3 लाख 94 हजार रुपए ही निकले थे। इस मामले में पूर्व सरपंच को उक्त तीनों व्यक्तियों ने कहा था कि हम इस मामले में तुम्हारी मदद करेंगे और चैकिंग पर कोई ऐतराज नहीं करेंगे, जिस पर उन्होंने 5 लाख रुपए की मांग की, परन्तु सौदा 2 लाख 20 हजार रुपए में तय हो गया। 

विजीलैंस विभाग के डी.एस.पी. मनजीत सिंह ने बताया कि इस संबंधी पूर्व सरपंच मनदीप सिंह ने एस.पी. विजीलैंस भूपिन्द्र सिंह के पास शिकायत की थी और उसने समूचे मामले की वीडियो बनाने के साथ-साथ नोटों के नंबर भी विजीलैंस विभाग को दिए थे।  उन्होंने बताया कि बीते शुक्रवार को डी.डी.पी.ओ. की हाजिरी में 1 लाख रुपए राकेश कुमार ने मनदीप सिंह से लिए थे और बाकी राशि आज देनी तय हुई थी। 

इस पर जब पूर्व सरपंच ने उक्त अधिकारी को फोन किया कि उसके पास एक लाख 20 हजार रुपए की जगह आज सिर्फ 1 लाख रुपए ही हैं, इस पर उन्होंने एक लाख रुपए ही लेने की सहमति कर दी। 
आज जब पूर्व सरपंच उक्त तीनों अधिकारियों की हाजिरी में एक लाख रुपए की राशि देने गया तो विजीलैंस की टीम ने उनको पैसों समेत मौके पर काबू कर लिया। विभाग इस मामले की बारीकी के साथ जांच कर रहा है कि इन्होंने उक्त मामले के अलावा किसी और से भी कितनी रिश्वत ली। 

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