बेवजह थाने में ले जाकर मारी 500 चप्पलें, साथ ही चिकन भी खा गए पुलिस वाले

punjabkesari.in Friday, Aug 23, 2019 - 07:14 PM (IST)

गिद्दड़बाहा (संध्या): पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों की ओर से शहर के अंदर बाहर पैट्रोलिंग दस्ते की गश्त शहर निवासियों की सुरक्षा के लिए लगवाई जाती है, परंतु जब यही रक्षक भक्षक बन जाएं तो जनता कहां जाए दुहाई देने। ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला शहर के लम्बी रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के पास से, जहां 22 अगस्त की रात करीब 9:30 बजे जब एक नौजवान मोटरसाइकिल पर सवार परिवारिक सदस्यों के लिए चिकन की सब्जी और रोटी लेकर जा रहा था तो पीसीआर मुलाजिमों की ओर से नौजवान को रोक कर उसको थाने लाकर न सिर्फ 500 चप्पलों के साथ पिटाई की, उसकी चिकन की सब्जी भी खा गए।

परिवर के लिए ले जा रहा था चिकन
सिविल अस्पताल में उपचाराधीन प्रवीन कुमार पुत्र राज कुमार ने पंजाब केसरी के साथ बातचीत करते बताया कि 22 अगस्त की रात को करीब 9:30 बजे वह अपने परिवार के लिए चिकन की सब्जी और रोटी लेकर जा रहा था तो पेट्रोल पंप के पास से गुजरते दो मोटरसाइकिल सवार पुलिस मुलाजिम जो पीसीआर वाले थे, के रोकने पर उसने जब अपना मोटरसाइकिल घुमाया तो उन्होंने उतर कर उसकी मोटरसाइकिल की चाबी निकाल ली और उसको पुलिस स्टेशन ले जाकर मुंशी के सामने बहुत मारा। उसने बताया कि पुलिस वालों ने शराब पी हुई थी और उन्होंने बिना वजह उसको पुलिस स्टेशन रखकर करीब 500 बारी चप्पलें सिर पर मारी। उसके परिवारिक सदस्यों ने उसको थाने में से छुड़ा कर उसको सिविल अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया। 

पीसीआर मुलाजिम ने कही ये बात
दूसरी ओर रात को की गई मारपीट का आरोप लगाने वाले नौजवान बारे पीसीआर के मुलाजिम कांस्टेबल मनप्रीत सिंह के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने नौजवान की ओर से लगाए आरोपों को गलत कहते बताया कि वह जब मोटरसाइकिल पर अपने साथी भूपिंदर सिंह कांस्टेबल के साथ प्योरी रोड पर रात 9:30 बजे गश्त पर थे तो प्रवीन कुमार अपने एक ओर साथी के साथ सवार हो आया और वाल्मिकी मोहल्ले के कोने पर खुले ठेके को बंद करवाने का जोर और गली गलौच करते देख लेने की धमकियां देने लग पड़ा तो वह अनसुनी कर वहां से चले गए। रात को 10:30 बजे सब्जी मंडी, लम्बी रोड से उन्होंने पुलिस मुलाजिम साथी कांस्टेबल गगनदीप सिंह जो कि मलोट का है, का फोन आने पर वह सब्जी मंडी पहुंचे तो कांस्टेबल रविन्द्र सिंह आदि के साथ प्रवीन कुमार लड़ाई कर रहा था।

थाना मुखी के आदेशों मुताबिक वह प्रवीन कुमार को पुलिस स्टेशन ले गए, जहां से उसकी माता व बड़े भाई ने राजीनामा करके 11:30 बजे रात को अपने साथ ले गए। जब वह दोबारा ड्यूटी करते प्योरी की तरफ गए तो प्रवीन कुमार के परिवारिक सदस्यों ने उल्टा उनको देख लेने की धमकी दी थी, जिसकी लिखित शिकायत उन्होंने मुंशी अमरिंदर सिंह उर्फ डिम्पी को दी। बाद में प्रवीन कुमार के साथ क्या हुआ, वह नहीं जानते। राजीनामे में लिखवाया गया था प्रवीन कुमार को सही सलामत उसकी माता व बड़े भाई के हवाले किया जाता है। यह सब कुछ प्रवीन कुमार अपने तरफ से गलती को ढक्कने के लिए कर रहा है, क्योंकि उसकी ओर से ड्यूटी पर तैनात 4 पुलिस मुलाजिम को गाली गलौच और देख लेने की धमकियां दीं गई। पुलिस मुलाजिमों ने कोई शराब नहीं पी थी, और न उसकी सब्जी किसी ने खाई है।

क्या कहते हैं मैडीकल अफसर
एमरजेंसी में मौजूद मैडीकल अफसर डा.जशन ने बताया कि प्रवीन कुमार को चोटें लगीं हैं। 24 अगस्त को एक्सरे की रिपोर्ट आने के बाद ही चोटों बारे पता चलेगा। एमएलआर काट कर स्थानीय पुलिस स्टेशन भेज दी गई है।

Mohit