जालंधर के होलसेलर की जांच में जुटी पुलिस

punjabkesari.in Wednesday, Jan 12, 2022 - 02:01 PM (IST)

अमृतसर (नीरज): नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से चाइना डोर के निर्माण पर रोक लगाई गई है परन्तु चाइना डोर निर्माता कानून का कोई न कोई कमजोर पहलू ढूंढ ही लेते हैं। जानकारी अनुसार पंजाब में आने वाली चाइना डोर दिल्ली में तैयार की जा रही है परन्तु कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए इस पर बाकायदा लिखा जाता है ‘नोट फार फलाइंग काइट्स’। दिल्ली में तैयार होने वाली इस चाइना डोर का जालंधर का एक होल सेलर जो पहले भी कई बार पुलिस के हाथ आने से बचा था, वह टैक्स माफिया के द्वारा रोड ट्रांसपोर्ट से अमृतसर में डिलिवरी कर रहा है।

खास बात यह है कि इस डिलिवरी के लिए वह भेजने वाले का नाम और पता भी पैकिंग गुड्स पर नहीं लिखा रहा है जबकि नियमों मुताबिक कोई भी ट्रांसपोर्ट हर तरह के माल की ढुलाई करने के लिए भेजने वाले और रिसीव करने वाले का नाम और पता जरूर लेते हैं। बाकायदा पैकिंग पर यह लिखा भी जाता है परन्तु चाइना डोर के मामले में टैक्स माफिया द्वारा इसलिए बनाया जा रहा है, क्योंकि इन दोनों मामलों में टैकस चोरी करने के लिए भेजने वाले और रिसीव करने वाले का नाम और पता नहीं लिखते हैं।

कई स्थानों पर लगाए गए ट्रैप
ग्रामीण और शहरी पुलिस की तरफ से उन संवेदनशील इलाकों में जहां चाइना डोर की बिक्री होती है, वहीं पर चाइना डोर विक्रेताओं को पकड़ने के लिए ट्रैप भी लगाए गए हैं और उसमें पुलिस को सफलता मिलने की भी सूचना आ रही है। जिला मैजिस्ट्रेट गुरप्रीत सिंह खैहरा और पुलिस कमिश्नर सुखचैन सिंह गिल की तरफ से सभी पुलिस थाना मुखियों और प्रशासनिक आधिकारियों को चाइना डोर बेचने और इसका इस्तेमाल करने वालों खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। ईमानदार अधिकारी अपने मुखियों के आदेशों का सख्ती के साथ पालन भी कर रहे हैं।

चाइना डोर विक्रेताओं की लिस्ट सौंपने वालों ने भी की तौबा
पूर्व अकाली-भाजपा गठजोड़ सरकार के कार्यकाल दौरान ततकालीन डिप्टी कमिश्नर काहन सिंह पन्नू की नियुक्ति दौरान चाइना डोर की अमृतसर जिले में पहली बार प्रविष्टि हुई थी। इसके खतरनाक प्रभाव से आम जनता को बचाने के लिए रिवायती डोर विक्रेताओं के एक संगठन ने बाकायदा डी.सी. को उन लोगों के नाम की लिस्ट लिखित तौर पर दी, जो नाजायज तौर पर चाइना डोर की बिक्री कर रहे थे। चाइना डोर विक्रेताओं का नाम सौंपने के बावजूद हर वर्ष समाज सेवीं संगठनों को संघर्ष करना पड़ा। आलम यह रहा कि मौजूदा समय में समाज सेवीं संगठन भी भारी निराशा में हैं, क्योंकि चाइना डोर खत्म होने के बजाय हर वर्ष और ज्यादा विशाल रूप धारण कर लेती है और सरेआम आसमान में उड़ती देखी जा सकती है।

3 लाख के बाद अब 60 हजार की चर्चा
चाइना डोर की एक बड़ी खेप पकड़े जाने के मामले में आई.डी.एच. मार्केट के एक चाइना डोर विक्रेता को 3 लाख रुपए लेकर छोड़ने की चर्चा के बाद एक कर्मचारी ने न सिर्फ चाइना डोर विक्रेता पर पर्चा दर्ज किया, बल्कि उससे 60 हजार रुपए भी वसूल किए। इस मामले में जांच को आगे नहीं बढ़ाया गया और पर्चा दर्ज करने तक ही जांच को सीमित कर दिया गया।

ड्रोन के द्वारा नहीं आ रही है चाइना डोर
पुलिस की तरफ से चाइना डोर जब्त किए जाने के मामले में कुछ आधिकारियों ने अजीब तरह के जवाब दिए हैं। एक बड़े मामले में जब संबंधित जांच अधिकारी से पूछा गया तो उसने जवाब दिया कि जिन लोगों को पकड़ा गया है, उनको भी पता नहीं है डोर कहां से आई है? अब सवाल उठता है कि क्या यह चाइना डोर ड्रोन से फेंकी गई है जबकि ड्रोन इतनी भारी खेप को न तो उठा सकता है और न ही इतनी दूर सप्लाई कर सकता है। 

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News Editor

Urmila