जायदाद हड़पने के लिए बहन ने ड्राइवर प्रेमी संग मिलकर भाई पर चलवाई थी गोलियां

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 09:51 AM (IST)

लुधियाना (महेश): चुहड़पुर रोड के ग्रीन एन्क्लेव में 4 दिन पहले डिर्पाटमैंटल स्टोर के 32 वर्षीय मालिक मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नी पर हुए कातिलाना हमले के मामले को पुलिस ने दिन-रात की कड़ी मशक्कत के बाद सुलझा लिया है। पुलिस का कहना है कि बहन ने अपने पिता की करोड़ों रुपए की प्रापर्टी हड़पने के लिए ड्राइवर प्रेमी के साथ षड्यंत्र रच कर अपने भाई को जान से मरने की नीयत से गोलियां चलवाई थी जिसमें वह भाग्यवश बच गया। 
 

पुलिस ने इस मामले में बहन, उसके प्रेमी सहित 4 लोगों को धर दबोचा है, जबकि एक आरोपी की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों से वरदात में इस्तेमाल .32 बोर का एक रिवाल्वर, एक देसी कट्टा, 8 जिंदा कारतूस व मोटरसाइकिल बरामद कर लिया है। इस संबंध में हैबोवाल थाने में मन्नी की शिकायत पर मोटरसाइकिल सवार अज्ञात 2 नकाबपोशों पर हत्या के प्रयास व आर्म एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। 

प्रैसवार्ता में पुलिस कमिश्रर डा. सुखचैन सिंह गिल ने ए.डी.सी.पी. गुरप्रीत कौर पुरेवाल, ए.सी.पी. गुरप्रीत सिंह, हैबोवाल थाना प्रभारी एस.आई., जगतपुरी चौकी प्रभारी ए.एस.आई. कपिल कुमार, ए.एस.आई. मनजीत सिंह सिंघम व उनकी टीम की पीठ थपथपाते हुए कहा कि 10 जुलाई की रात को करीब 9 बजे जब मन्नी स्टोर बंद करके घर जाने की तैयारी कर रहा था तो पल्सर मोटरसाइकिल पर 2 नकाबपोश आए, जिन्होंने उस पर कातिलाना हमला करते हुए अंधाधुंध फायरिंग की और उसे मरा हुआ समझ कर फरार हो गए। पुलिस ने तत्काल हरकत में आत हुए पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया और उसकी तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की तफ्तीश शुरू की। 

शुरू से ही परिवार वाले थे संदेह के घेरे में
गिल ने बताया कि जिस तरह से मन्नी पर हमला किया गया पुलिस को शुरू से ही इसके पीछे किसी पारिवारिक सदस्य का हाथ होने का संदेह थे, जो बाद में उस वक्त यकीन में बदल गया जब मन्नी की बहन ऐनीप्रीत कौर से संदेह के आधार पर पूछताछ की गई। वह पुलिस के सवालों के आगे ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई और थोड़ी सख्ती करने उसने सारा सच उगल दिया। 

पति की मौत के बाद ड्राइवर से बन गए थे प्रेम संबंध 
सी.पी. ने बताया कि बीमारी के कारण ऐनी के पति की मौत हो गई थी। जिसके बाद वह मायके आ गई। 7 माह पहले जनवरी महीने में उसके अपने पिता नौरंग सिंह के ड्राइवर सतनाम सिंह उर्फ बाबा से प्रेम संबंध बन गए। ऐनी के पिता की करोड़ों रुपए की जायदाद है, जिसका अकेला वारिस मन्नी है। जिस पर ऐनी ने अपने पिता की जायदाद हड़पने और ऐशपरस्ती की जिंदगी जीने के लिए सतनाम के साथ मिलकर मन्नी को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा। इसके अलावा ऐनी सतनाम से शादी करना चाहती थी और उन्हें संदेह था कि मन्नी इसमें रोड़ा अटकाएगा। 

सतनाम ने चलाई गोलियां 

ए.सी.पी. ने बताया कि मोटरसाइकिल जश्र चला रहा था और सतनाम पीछे बैठे हुआ था। दोनों ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था। जैसे ही मनप्रीत दुकान बंद करके सामान अपनी गाड़ी में रख रहा था तभी सतनाम ने उस पर हमला कर दिया। सतनाम ने उस पर 3 फायर किए। जिस पर मन्नी खून से लथपथ होकर वहीं गिर गया।

वारदात को अंजाम देने के लिए दोस्त को किया राजी
पूरेवाल ने बातया कि षड्यंत्र को अंजाम तक पहुंचाने के लिए गुरदासपुर के गांव घुमाण के रहने वाले सतनाम ने अमृतसर के गांव सदोके के अपने दोस्त जसवीर सिंह उर्फ जस्सी को राजी कर लिया। जस्सी की मदद से उसने तहसील बाबा बकाला साहिब के गांव कोट रहने वाले सुखदेव सिंह से उसका .32 बोर लाइसैंसी रिवाल्वर हासिल किया, जबकि अपने एक अन्य दोस्त जशनजोत सिंह से उसका पल्सर मोटरसाइकिल लिया और 10 जुलाई की रात को वारदात को अंजाम दिया।

बाबा फगवाड़ा तो जस्सी जालंधर से पकड़ा गया 
गुरप्रीत ने बताया कि ऐनी से की गई पूछताछ के आधार पर उसके प्रेमी बाबा को फगवाड़ा के गांव मंडाली से गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल 32 बोर का रिवाल्वर, 7 जिंदा कारतूस व मोटरसाइकिल बरामद किया गया, जबकि उसकी निशानदेही पर सहअभियुक्त जस्सी को जालंधर सिविल अस्पताल के पास से पकड़ा गया। उसके पास से 315 बोर का देसी कट्टा व एक कारतूस मिला। इसके बाद लाइसैंसी रिवाल्वर के मालिक सुखेदव को काबू किया गया, जबकि जश्नप्रीत की गिरफ्तारी होनी अभी बाकी है। 

धोखे से ले गए थे रिवाल्वर 
एस.आई. परमदीप सिंह ने बताया कि सुखदेव ने पूछताछ में कहा कि जस्सी व मन्नी उससे धोखे से उसका लाइसैंसी रिवाल्वर ले गए थे। वह यह कह कर उससे उसका रिवाल्वर ले गए थे कि उन्होंने किसी की शादी में जाना है। उन्होंने कहा कि किसी को अपना लाइसैंसी हथियार देना भी अपराध की श्रेणी में आता है, जब उसे वारदात में इस्तेमाल किया जाना हो। परमदीप ने बताया कि मोटरसाइकिल का मालिक घटना के बाद से फरार है, जो उसकी भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है।

swetha