...जब पुलिस ने 10 साल बाद खुदाई के बाद निकाला कंकाल, भाई ने कई सालों बाद खोली चाचा-चाची की पोल

punjabkesari.in Thursday, Mar 11, 2021 - 06:12 PM (IST)

अमृतसर (संजीव): पैसों की खातिर अपनी भतीजी को मौत के घाट उतार शव को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से जमीन में दबाने वाले प्रगट सिंह व उसकी पत्नी रणजीत कौर निवासी दयालगढ़ बुट्टर के विरुद्ध थाना मेहता की पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। आज पुलिस ने फौरेंसिक टीम के साथ हत्यारोपियों द्वारा 10 साल पहले हत्या के बाद जमीन में गाढ़े गए शव को निकाला जो कंकाल बन चुका था। पुलिस ने खून लगी मिट्टी व हड्डियों को एक पेटी में बंद कर कब्जे में लिया। फिलहाल दोनों हत्यारोपी घर से फरार है जबकि दूसरी और पुलिस ने रिकवर की गई हड्डियों के सैंपल डी.एन.ए. टेस्ट के लिए भेज दिए है। 

यह है मामला
मृतका रमनदीप कौर के भाई निरवैर सिंह की शिकायत पर उसके चाचा प्रगट सिंह व चाची रणजीत कौर के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज किया गया है। निरवैर सिंह ने बताया कि उसकी बहन का घरेलू झगड़ा रहने के कारण अपने पति गुरप्रीत सिंह के साथ तालाक हो गया था। जिसके बाद उसे माननीय अदालत द्वारा लड़के वालों से 4.50 लाख रुपए की राशि दिलवाई गई थी, जिसे उसके चाचा-चाची ने रख लिया था। बार-बार मांगने पर आरोपियों ने फरवरी 2011 में उसकी बहन रमनदीप कौर की हत्या कर दी और उसके शव को जमीन में गाढ़ दिया था। उस समय वह छोटा था और उसके चाचा चाची ने यह कह कर उसे डरा दिया था कि अगर वह पुलिस के पास गया तो वह उसका भी कत्ल कर देंगे। जिस कारण वह डर गया और अपनी बहन की हत्या को अपने मन में दबाए बैठा रहा। आज उसने पूरा मामला पुलिस के आगे रखा और बहन के दबाए गए शव को रिकवर करवाया। 

यह कहना है पुलिस का?
थाना मेहता के इंचार्ज इंस्पैक्टर मनजिंदर सिंह का कहना है कि मृतका के भाई निरवैर सिंह की शिकायत पर उसके चाचा-चाची के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल आरोपी फरार हो चुके है जबकि रिकवर किए गए कंकाल को डी.एन.ए. टेस्ट के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी  गई है।

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Tania pathak