पुलिस वाले अब नहीं कर पाएंगे भ्रष्टाचार, जाने क्यों

punjabkesari.in Thursday, Nov 02, 2017 - 12:24 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): पंजाब पुलिस राज्य के लुधियाना, मोहाली व भटिंडा में ट्रैफिक पुलिस के सीने पर बॉडी कैमरे लगाने की योजना में सफलता हासिल करने के बाद अब इस योजना को राज्य के सभी जिलों में प्रभावशाली तरीकों से लागू करने की दिशा में बड़ी तेजी से काम कर रही है। इस बात की पुष्टि बुधवार को पी.आर.टी.सी. जहां खेला में आयोजित पासिंग आऊट परेड के बाद मीडिया को सम्बोधित करने के दौरान डी.जी.पी.(एच.आर.डी.) एस. चटोपाध्याय ने भी की। यही नहीं इससे पहले डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने भी कुछ दिन पहले ही जालंधर, लुधियाना, अमृतसर के पुलिस कमिश्नर के साथ-साथ सारे आई.जी.पी.जोनल को हाल ही में लिखित हिदायत दी है कि हर ट्रैफिक कर्मचारी की बॉडी पर कैमरा लगाया जाए।


हैलो मैं टमाटर एसोसिएशन का प्रधान बोल रहा हूं
गौरतलब है कि ट्रैफिक पुलिस जब भी कागजात की जांच करने के लिए किसी वाहन चालक को रुकने का इशारा करती है तो वाहन चालक तत्काल ही अपने किसी आकाओं को फोन लगा ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी को बात करने को कहता है। फोन पर अक्सर ही छुटभैये नेता ही नहीं कभी-कभी तो आलू-टमाटर एसोसिएशन का प्रधान होने की धौंस दिखा वाहन को छोडऩे की हिदायतें देने की बातें सुनना ट्रैफिक पुलिस के लिए यह आम सी बात है। ऐसे में बॉडी कैमरे लगते ही ऐसे छुटभैया नेताओं पर भी लगाम लगेगी, जो अपने चहेते का चालान होने, ट्रैफिक पुलिस पर बदसलूकी का आरोप लगाने या ऐसी ही छोटी-छोटी बातों पर ट्रैफिक विभाग के कर्मचारियों पर दबाव बनाने आ जाते हैं।


ट्रैफिक पुलिस को आना होगा तमीज से पेश 
पुलिस विभाग से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए पुलिस मुख्यालय से जारी पत्र के जरिए कहा है कि बॉडी कैमरे का पूरा रिकार्ड रखा जाएगा। जो ट्रैफिक पुलिस वाला किसी से बदसलूकी करता है, रिश्वत लेता है या कोई और गलत काम करता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं यदि कोई पुलिस कर्मी पर बेवजह दबाव बनाता है या उसे रिश्वत देने का प्रयास करता है, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। ऐसी व्यवस्था होगी कि पुलिस कर्मचारियों को लोगों से तमीज से पेश आना होगा। 


कैमरे की फुटेज सबूत के तौर पर भी होगी पेश
यहां उल्लेखनींय है कि अमरीकी पुलिस जब कोई केस डील करती है या पेट्रोलिंग करती है तो अपना बॉडी कैमरा चालू कर लेती है। ऐसे में ड्यूटी करने के दौरान गड़बड़ी करने की संभावना बहुत कम हो जाती है। वहीं पुलिस की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। यही नहीं कई मामलों में पुलिस के कैमरा की रिकॉर्ड की गई फुटेज पुलिस में सबूत के तौर पर भी काफी लाभदायक साबित हो सकती है।


क्या कहते हैं एस.एस.पी. जे. इलनचेजियन
सम्पर्क करने पर एस.एस.पी. जे. इलनचेजियन ने बताया कि राज्य के मेट्रो सिटी में बॉडी कैमरे लगाने की योजना में मिली सफलता के बाद इसे सभी जिला पुलिस में लागू करने की योजना बनी है। फिलहाल योजना पाइपलाइन में है लेकिन सरकार की तरफ से फंड उपलब्ध होते ही होशियारपुर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को भी बॉडी कैमरे की सुविधा प्रदान कर दिए जाएंगे। 

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