चन्नी के बयान पर कांग्रेसियों को नजर आई सियासी साजिश

punjabkesari.in Tuesday, May 29, 2018 - 11:29 AM (IST)

जालंधर  (नरेश): पंजाब सरकार की तरफ से जारी की गई कानूनी अधिकारियों की सूची पर सवाल उठाने वाले पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर पार्टी के भीतर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। चन्नी ने अधिकारियों की सूची में एक भी दलित अधिकारी के शामिल न किए जाने की बात मीडिया में उठाई थी। पार्टी के विधायक चन्नी के बयान पर सवाल की टाइमिंग को लेकर सवाल उठा रहे हैं। चन्नी का विरोध करने वालों का तर्क है कि शाहकोट के उपचुनाव को देखते हुए चन्नी का यह बयान पार्टी के लिए नुक्सानदायक है। शाहकोट में बड़ी संख्या में दलित वोटर हैं, ऐसे में चुनाव से 2 दिन पहले आया चन्नी का यह बयान पार्टी के लिए उपचुनाव में नुक्सानदायक सिद्ध हो सकता है। कई विधायक तो दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं कि पिछली सरकार के दौरान चन्नी ने विधानसभा में मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के 2002-07 के कार्यकाल के दौरान सड़कों पर पैच लगाने वाले बयान से पार्टी को संकट में डाला था लेकिन चन्नी का यह बयान अब विरोधियों की फटी सियासी चादर पर पैच लगाने का काम कर सकता है। 


चन्नी ने अपने बयान में कहा था कि पंजाब सरकार ने 28 कानूनी अधिकारियों की नियुक्ति की है जिनमें से एक अधिकारी ओ.बी.सी. वर्ग व 27 अधिकारी सामान्य वर्ग से हैं जबकि किसी दलित अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है। हालांकि चन्नी के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री की तरफ से कानूनी अधिकारियों की अगली सूची में दलितों को स्थान दिए जाने का स्पष्टीकरण आया है।


चन्नी पर कार्रवाई हो: पिंकी
इस बीच फिरोजपुर से कांग्रेस के विधायक परमिंद्र सिंह पिंकी ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को चि_ी लिखकर चन्नी की सार्वजनिक बयानबाजी को सियासी साजिश बताया है। पिंकी ने चि_ी में लिखा है कि चन्नी को इस मसले पर सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी करने की बजाय पार्टी के मंच पर अथवा कैबिनेट में इस मुद्दे को उठाना चाहिए था लेकिन चन्नी ने ऐसा नहीं किया। इससे साबित होता है कि यह महज बयानबाजी नहीं बल्कि इसमें स्पष्ट तौर पर सियासी साजिश है और पार्टी द्वारा चन्नी को इस मामले में नोटिस जारी करके पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने किस सियासी पार्टी के कहने पर पार्टी को नुक्सान पहुंचाने वाली बयानबाजी की है। 
पिंकी ने कहा कि दलित समाज कांग्रेस की रीढ़ है और पंजाब में हमेशा दलितों ने कांग्रेस का साथ दिया है। चरणजीत सिंह चन्नी को दलित चेहरा होने के नाते ही पार्टी ने पहले विधानसभा में पार्टी का अध्यक्ष बनाया और बाद में कैबिनेट में जगह दी। चन्नी के पारिवारिक सदस्य पंजाब इंफ्रास्ट्रक्चर रैगुलेटरी अथारिटी यानी पीरा में बड़े पद पर हैं लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस द्वारा दलितों के साथ भेदभाव किए जाने की चन्नी की ङ्क्षचता जायज नहीं है।
 

Naresh Kumar