Lok Sabha Election 2019:हर मतदाता तक पहुंचने के लिए निजी संपर्क और इंटरनैट पर भरोसा

punjabkesari.in Tuesday, Apr 02, 2019 - 08:29 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत सिंह): 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरे राजनीतिक दलों की ओर से प्रत्येक मतदाता तक पहुंच बनाने के लिए हर संभव संपर्क साधन का इस्तेमाल किए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसके लिए जहां राजनीतिक दलों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं को निजी संपर्क के जरिए मतदाताओं से जुड़ने को कहा जा रहा है। 

वहीं तकनीकी साधनों मोबाइल फोन कॉल्स, एस.एम.एस. और सोशल मीडिया के जरिए भी मतदाताओं तक पार्टी के विचार पहुंचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को दी गई है। अपने प्रत्याशियों के लिए धुआंधार प्रचार की जरूरत को पूरा करने के लिए चारों प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने मीडिया वॉर रूम्स के सैटअप के लिए विभिन्न पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। 

चुनावी दंगल के लिए पंजाब की राजनीतिक पार्टियां तैयार
पंजाब में सत्तासीन कांग्रेस, शिअद-भाजपा और आम आदमी पार्टी द्वारा अपने आई.टी. विंग पहले से ही तैयार किए हुए हैं । उन्हीं के द्वारा प्रत्याशियों व अपनी-अपनी पार्टी के लिए कैंपेन खड़ा करने के लिए तैयारी पूरी की जा रही है। राज्य में पिछले लोकसभा चुनाव में पहली बार चुनाव लड़ते हुए चार लोकसभा सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी से लेकर देश की आजादी से पहले और बाद में अब तक लगातार एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस, शिअद-भाजपा ने भी बदलते कम्यूनिकेशन दौर के साथ खुद को नए माहौल के लिए पूरी तरह तैयार कर लिया है। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान सोशल मीडिया कैंपेन में आम आदमी पार्टी एक आंधी की तरह चढ़ी थी और उसके बाद से ही पारंपरिक दलों ने भी आई.टी. और सोशल मीडिया कैंपेन की अहमियत समझते हुए इन विंगों को पूरी तरह मजबूत किया है। 

तीनों प्रमुख घटक लगा रहे जोर
देश की सत्ता दोबारा संभालने के लिए ‘फेयरिस कैंपेन’ चला रही भारतीय जनता पार्टी हालांकि प्रदेश में मात्र तीन लोकसभा सीटें ही लड़ती है, लेकिन अपने गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर सभी 13 सीटों के लिए प्रचार योजना पर काम कर रही है। दोनों राजनीतिक दलों के आई.टी. और सोशल मीडिया विंग सांझा बैठकें करके रणनीति बना रहे हैं, जबकि दोनों दलों की समन्वय समिति के पदाधिकारी घर-घर तक किए जाने वाले प्रचार संबंधी ब्लॉक स्तर तक पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने में जुट गए हैं। भाजपा के प्रदेश सचिव सुभाष शर्मा के मुताबिक इस बार का चुनाव इस लिहाज से भी चुनाव प्रचार के हर साधन को इस्तेमाल करने के लिए बाध्य कर रहा है क्योंकि इस बार चुनाव के लिए होने वाले मतदान में युवा, खासकर पहली बार मतदान करने वाले युवाओं की संख्या अधिक है। पार्टी का मकसद है कि हर उस व्यक्ति तक हमारा एजैंडा पहुंच जाए, जिसकी चुनाव अभियान में जरा-सी भी भूमिका है।

मतदाता तक पहुंच बनाने के लिए योजना तैयार
राजनीतिक दलों का मानना है कि आई.टी. युग में सोशल मीडिया को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए सभी दलों की ओर से प्रदेश, लोकसभा क्षेत्र से लेकर ब्लॉक स्तर तक अपनी टीमों का गठन किया जा चुका है। जहां आम आदमी पार्टी ने पंजाब के हर मतदाता तक पहुंच बनाने और पार्टी का एजैंडा उन तक पहुंचाने के लिए पूरी योजना तैयार कर ली है। इसमें निजी संपर्क से लेकर सोशल मीडिया तक शामिल है।

वहीं पंजाब की सत्ता में बनी हुई कांग्रेस की ओर से भी अपने यूथ विंग को इस तरह के कैंपेन के लिए तैयार किया जा रहा है। यूथ कांग्रेस द्वारा इसके लिए काफी समय से वर्कशॉप्स का आयोजन किया जाता रहा है, ताकि लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान हर कार्यकर्ता अपना योगदान डाल सके और राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार लड़े जा रहे आम चुनाव में पार्टी की बात हर मतदाता तक पहुंच सके।

 

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