CM मान के बिना केजरीवाल की अफसरों के साथ मीटिंग पर सियासी बवाल, विपक्ष ने उठाए सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Apr 12, 2022 - 04:40 PM (IST)

चंडीगढ़ : दिल्ली के मुख्यमंत्री और 'आप' सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल द्वारा गत दिवस बिजली मुद्दे को लेकर दिल्ली में मीटिंग बुलाई गई लेकिन इस मीटिंग में पंजाब सी.एम. भगवंत मान को नहीं बुलाया गया जिसे लेकर विवदा छिड़ चुका है। इस मामले में विरोधी दल भड़क गए हैं और आप सरकार पर पंजाब में दखल देने आरोप लगा रहे हैं। विरोधियों ने कहा कि पंजाब की जनता का अपमान किया जा है।

इस मामले पर राजा वड़िंग ने ट्वीट करते हुए कहा कि ''सीएस अनिरुद्ध तिवारी, सचिव पावर दलीप कुमार, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, एमपी राघव चड्ढा दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन, अध्यक्ष पी.एस.पी.सी.एल. बलदेव सिंह सरां ने सीएम भगवंत मान और बिजली मंत्री हरभजन सिंह की अनुपस्थिति में आधिकारिक बैठक की, क्या दिल्ली वालों द्वारा पंजाब की कठपुतली बनाई जाएगी, किस हैसियत से और किस मुद्दे पर यह बैठक हुई.. सर तो झुका ही दिया  था अब माथा भी टेक दिया है क्या?''

इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू ने शायराना अंदाज में ट्वीट कर आप पर निशाना साधते हुए कहा कि ''चलने दो आंधियां हकीकत की, न जाने कौन से झोंके से बहरूपियों के मुखौटे उड़ जाएं, पंजाब के आईएएस अधिकारियों को अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान की अनुपस्थिति में तलब किया। यह डिफैक्टो सीएम और दिल्ली रिमोट कंट्रोल को उजागर करता है। संघवाद का स्पष्ट उल्लंघन, पंजाबी गौरव का अपमान। दोनों को स्पष्ट करना चाहिए।''

अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ''हमने दिल्ली के बारे में बहुत कुछ सुना है क्योंकि केंद्र सरकार राज्यों के आंतरिक मामलों में दखल दे रही है लेकिन, यह पहली बार है कि हम दिल्ली को पंजाब सरकार के आंतरिक मामलों में सीधे तौर पर दखल देने वाली राज्य सरकार के रूप में देख रहे हैं।क्या पंजाब को इसी बदलाव का इंतजार था?''

इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता सुभाष शर्मा ने कहा कि ''दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली में बैठक करना ना सिर्फ गैर संविधानिक है बल्कि पंजाबीयों का अपमान भी है। क्या भगवंत मान को आम आदमी पार्टी इतना नाकाबिल मानती है की उन्हें बैठक में बुलाना तक भी उचित नहीं समझा।''

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ''सबसे बुरा डर था, सबसे बुरा हुआ। ऐसा होने की उम्मीद से बहुत पहले अरविंद केजरीवाल ने पंजाब पर कब्जा कर लिया है। भगवंत मान रबर स्टैंप है, यह पहले से ही एक निष्कर्ष था, अब केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करके इसे सही साबित कर दिया है।''

प्रताप सिंह बाजवा ने ट्वीट कर कहा कि ''पंजाब सीएम भगवंत मान को हमें दिल्ली के मुख्यमंत्री के बारे में सूचित करना चाहिए और मंत्री वास्तव में सीएम और पंजाब मंत्रियों की अनुपस्थिति में हमारे अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। यदि हां, तो यह एक राज्य के रूप में हमारे अधिकारों का भयानक उल्लंघन है। पंजाब के लोगों ने दिल्ली से रिमोट कंट्रोल वाली सरकार को वोट नहीं दिया।''

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

News Editor

Kalash