राजनीतिज्ञों व गैंगस्टरों के गठजोड़ की होगी जांच : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 12:51 PM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): राजनीतिज्ञों व गैंगस्टरों के आपसी गठजोड़ को लेकर मीडिया में आई रिपोर्टों के बाद जांच के आदेश देने पर अकाली दल द्वारा दी जा रही धमकियों के आगे न झुकने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि वह ऐसी दबाव वाली राजनीति के आगे नहीं झुकेंगे। 

साथ ही इस मामले की गहराई से जांच होगी तथा जो भी दोषी पाया गया उसे बख्शा नहीं जाएगा। शिरोमणि अकाली दल द्वारा जांच पर की गई टीका-टिप्पणियों तथा इस मुद्दे पर प्रदर्शन करने के दिए गए बयानों के खिलाफ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तस्वीरें मिलने के बाद ही डी.जी.पी. को जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें अकाली नेतृत्व के कुख्यात अपराधियों व गैंगस्टरों के साथ संबंधों का पता चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच के आदेश देने से पहले उन्होंने इन तस्वीरों को लेकर पंजाब के राज्यपाल को भी पूरी जानकारी दे दी थी।

अगर इनमें सच्चाई सामने आती है तो इससे अकालियों की भूमिका व उनकी प्रवृत्ति तथा उनके द्वारा राज्य में अपराधियों व गैंगस्टरों का संरक्षण करने की रिपोर्ट खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि जो तस्वीरें मिली हैं, वे गंभीर हैं तथा उसकी गहराई से पुलिस जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि तस्वीरों के रूप में जो प्रमाण व डाक्यूमैंट्स मिले हैं, उससे पता चलता है कि बादलों तथा अन्य अकाली नेताओं द्वारा जेल मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा पर निशाना साध कर अपने गैंगस्टरों के साथ संबंधों से जनता का ध्यान हटाने की कोशिशें की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि अकाली दल के पास सुखजिन्द्र रंधावा या किसी अन्य कांग्रेस मंत्री या नेता की अपराधियों व गैंगस्टरों के साथ संलिप्तता के कोई प्रमाण नहीं हैं। दूसरी तरफ अकालियों के खिलाफ पूरे प्रमाण मौजूद हैं तथा उनकी गहराई से जांच करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री को जो तस्वीरें मिली हैं, उसमें हरजिन्द्र सिंह उर्फ बिट्टू सरपंच को अकाली दल के सर्वोच्च नेता प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, हरसिमरत बादल तथा बिक्रम मजीठिया का अभिनंदन करते हुए दिखाया गया है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार बिट्टू के अकाली दल के एक अन्य विधायक के साथ भी निकट संबंध हैं। 

गैंगस्टर बिट्टू कभी भी कांग्रेसी नहीं था : कैप्टन
 मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि गैंगस्टर हरजिंदर सिंह बिट्टू सरपंच कभी भी कांग्रेसी नहीं था बल्कि हमेशा से शिरोमणि अकाली दल और छोटे बादल यानी सुखबीर का नजदीकी रहा है। उन्होंने कहा कि शिअद ने कई विश्वास पात्रों को पीछे के रास्ते से कांग्रेस में घुसाने की कोशिश की। असलियत यह है कि बिट्टू को कभी भी औपचारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल नहीं किया गया और उसने कभी भी कांग्रेस के लिए काम नहीं किया। गैंगस्टर बिट्टू हमेशा से ही अकाली दल का कार्य करता रहा।

बिट्टू ने अपने पर लगे आरोपों का नकारा 
वहीं इस मामले में  हरजिंदर सिंह बिट्टू ने कांग्रेस सरकार पर सावल उठाते कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अपने आप को अदालत से बड़ा समझते हैं। अदालत ने उनको सभी मामलों से बरी किया हुआ है। पर कैप्टन उनको दोषी साबित करने में लगे हैं। वह अपने वकील से सलाह लेकर उनको बदनाम करने वालों को अदालत में घसीटेंगे।

 

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