कांग्रेस के असंतुष्टों की स्काइप पर सियासत,चल रहा मीटिंगों का दौर

punjabkesari.in Thursday, May 03, 2018 - 10:31 AM (IST)

जालंधर (नरेश): पंजाब में कैबिनेट के विस्तार के बाद कांग्रेस के भीतर पैदा हुआ बिखराव लगातार बढ़ता जा रहा है। मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से असंतुष्ट विधायकों की संख्या 36 पहुंच गई है। कांग्रेस के ये असंतुष्ट विधायक आगामी रणनीति के लिए स्काइप पर सियासत कर रहे हैं। स्काइप पर बातचीत करने का फायदा यह है कि सरकारी एजैंसियां स्काइप पर हुए वार्तालाप व वीडियो चैट को ट्रैक नहीं कर सकतीं जबकि विधायकों के फोन आसानी से रिकार्ड किए जा सकते हैं।

 

पूरे मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक असंतुष्ट विधायकों में मालवा के 14, माझा व दोआबा के 11-11 विधायक शामिल हैं। मंगलवार रात चंडीगढ़ में हुई विधायकों की 5वीं बैठक में 19 विधायकों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ बातचीत न करने का फैसला किया है। इससे पहले असंतुष्ट विधायक  खेमों में चंडीगढ़, लुधियाना, नवांशहर व अमृतसर में भी 4 मीटिंगें कर चुके हैं। इन मीटिंगों के अलावा विधायकों की स्काइप पर वीडियो चैट के जरिए भी लगातार बात हो रही है। चंडीगढ़ में हुई बैठक में असंतुष्ट विधायकों ने जमकर गुस्सा निकाला और कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह जनता के चुने नुमाइंदों को सम्मान नहीं दे रहे तथा सारा काम राज्य की अफसरशाही पर ही निर्भर है। यदि मुख्यमंत्री का यही रवैया रहना है तो वह अगला लोकसभा चुनाव भी ब्यूरोक्रेसी से ही लड़वा लें। 


हालांकि यह सारी मुहिम बिना किसी नेता के चल रही है लेकिन बताया जा रहा है कि असंतुष्ट विधायकों के खेमे ने किसी एक विधायक को आगे लाकर हाईकमान के पास अपना पक्ष रखने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है और आने वाले दिनों में इस विरोध को एक चेहरा भी मिल सकता है।  

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