वेरका द्वारा पिछली दीवाली पर बनाई मिठाई नष्ट करने का मामलाः खराब गुणवत्ता की जांच अब तक नहीं हुई पूरी

punjabkesari.in Tuesday, Oct 13, 2020 - 09:36 AM (IST)

जालंधर(एन.मोहन): वेरका की मिठाई ‘खतरा-ए-जान’ वाली स्थिति में है। एक वर्ष पूर्व दीवाली के लिए बनाई करीब 30 लाख की मिठाई की खराब गुणवत्ता की जांच विभाग अभी भी पूरी नहीं कर सकी। दो-तीन अधिकारियों की कथित लापरवाही से मिठाई में कैमिकल खतरनाक मात्रा में डाल दिए गए थे। भेद न खुल जाए इसलिए इस मिठाई को बंद करके रखा गया था और चूहों के खाते में डाला जाना था। परन्तु इससे पहले ही भेद खुल गया। अब दूसरी दीवाली आने वाली है और विभाग अभी असमंजस में है। 

अब ऐसा लगने लगा है कि वेरका और विवादों का आपस में संबंध बन गया है। विभाग के अन्य विवादों के साथ-साथ इस विवाद की फाइल को भी धीमी गति से अंधेरे में डालने की तैयारी हो रही है। पिछले वर्ष वेरका में दीवाली को लेकर स्पैशल मिठाई की अधिक मात्रा तैयार की गई थी। विभाग ने लोगों को मिठाई बेच भी दी। परन्तु काफी मात्रा में बची मिठाई को छुपा लिया गया। इसकी वजह कहीं मिठाई में अधिक कैमिकल तो कहीं जरूरत से ज्यादा उत्पादन बताया जा रहा था। प्राथमिक जांच हुई तो पता चला कि मिठाई में पाए गए कैमिकल खतरनाक मात्रा में डाले दिए गए थे। तब एक वरिष्ठ अधिकारी गिल ने इसकी जांच रिपोर्ट दाखिल की थी जिसमें वेरका के मोहाली प्लांट में 3-4 वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदार बताया गया था और मिठाई की क्वालिटी निम्न स्तर की बताई गई थी।

मामला गंभीर था इसलिए इसकी जांच बड़े स्तर पर करवाने का निर्णय हुआ। वेरका के जनरल मैनेजर जे.एस. रियाड़ को इस मामले की जांच का कार्य सौंपा गया जबकि गुरमेल सिंह इस मामले के जांच अधिकारी हैं। इस विवाद को एक वर्ष बीतने को है परन्तु विभाग जांच को लेकर अभी भी किसी परिणाम पर नहीं पुहंच पाया है। बस इतना हुआ है कि विभाग ने तत्कालीन जनरल मैनेजर (अब सेवामुक्त) ऊधम सिंह को इस मामले में संदिग्ध मानते हुए उनके सेवामुक्ति के बाद मिलने वाले लाभ रोक लिए हैं। ऊधम सिंह के विरुद्ध विभाग की कुछ अन्य जांच भी चल रही है  जबकि अनेक महिलाओं के यौन उत्पीड़न में चर्चित एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मुख्य राडार पर हैं।

जांच रिपोर्ट शीघ्र आने की उम्मीद 
हालांकि इस मामले को लेकर मिल्कफैड के मैनेजिंग डायरैक्टर कमलदीप सिंह संघा की विभाग के मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा से बात हुई थी और इस जांच को शीघ्र मुकम्मल करने की बात कही गई थी। परन्तु इसके बावजूद जांच अभी लटकी हुई है। इस संदर्भ में मिल्कफैड के मैनेजिंग डायरैक्टर संघा से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि मामले की जांच जनरल मैनेजर एच.आर. जे.एस. रियाड़ को सौंपी हुई है। इस मामले में जो आरोप लगे थे, उसे लेकर जांच जारी है। जिसकी रिपोर्ट शीघ्र आने की उम्मीद है।

Sunita sarangal