पोल्ट्री उद्योग पर फिर संकट के बादल: कोरोना के बीच अब बर्ड फ्लू गहराने लगा है संकट

punjabkesari.in Wednesday, Jan 06, 2021 - 01:10 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): कोरोना वायरस ने पहले से ही दुनियाभर के लोगों को परेशान करके रखा हुआ है और अब एक नई मुसीबत के तौर पर बड़ी तेजी से फैल रही एक और बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, देश में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके मामले कई राज्यों में देखने को मिले हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड और हिमाचल प्रदेश में तो इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के क्षेत्र में पड़ते पौंग डैम की दूरी होशियारपुर से महज 80 किलोमीटर होने व होशियारपुर जिले के साथ लगते शिवालिक पहाडिय़ों में स्थित करीब एक दर्जन डैम होने की वजह से होशियारपुर समेत पंजाब में भी भय का माहौल व्याप्त होने लगा है। सिविल सर्जन डॉ.रंजीत सिंह गोतरा का कहना है कि स्वास्थ विभाग के मुख्यालय से अभी तक कोई दिशा-निर्देश तो जारी नहीं हुई है लेकिन विभाग अपने स्तर पर इस समस्या को पूरी गंभीरता से लेते हुए सतर्कता जरू र बरत रही है। 

पंजाब के वेटलैंड में हर साल आते हैं लाखों प्रवासी पक्षी
होशियारपुर जिले के तलवाड़ा कस्बे के साथ हिमाचल प्रदेश में स्थित पौंग वेटलैंड क्षेत्र में पिछले 6 दिनों में लगभग काफी संख्या में प्रवासी पक्षियों की मौत से पंजाब में अब यह खतरा बढ़ गया है कि कहीं और वेटलैंड्स में ऐसा न हो। पंजाब में 6 वेटलैंड्स हैं जिनमें हर साल हजारों-लाखों प्रवासी पक्षी इन वेटलैंड्स में मध्य एशिया एवं ट्रांस हिमालयन क्षेत्रों से आते हैं। हालांकि पहले भी कभी कभार कुछ पक्षी मरते रहे हैं, लेकिन इतनी बड़ी तादाद में लगातार पक्षियों की मौत होते जाना चिंताजनक है। चूंकि पौंग झील हिमाचल एवं पंजाब दोनों में पड़ती है, इसलिए इन दोनों राज्यों का प्रशासन चौकन्ना है। 

पंजाब के पोल्ट्री फार्म उद्योग पर फिर संकट
कोरोना काल में बर्बाद हुए पंजाब के पोल्ट्री फार्म उद्योग पर अब बर्ड फ्लू के कारण संकट के बादल छा गए हैं। बर्ड फ्लू को लेकर हिमाचल सरकार द्वारा मुर्गों व अंडों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के बाद पंजाब के पोल्ट्री फार्मों को वायरस फ्री करने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। अगर फ्लू फैलता है तो कोरोना का कहर ठंडा पडऩे के बाद दोबारा खड़ा हो रहा पोल्ट्री फार्म उद्योग तबाह हो जाएगा। बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री फार्म के मालिकों के अनुसार कोरोना काल में तमाम लोगों ने मुर्गे खाने पर बंद कर दिए थे। सेहत विभाग की एडवायजरी सारी होने के बाद लोगों ने अंडे खाने शुरू किए थे, लेकिन मार्च से लेकर जुलाई तक पोल्ट्री फार्म उद्योग को काफी झटका लगा था। अब कोरोना का कहर कम होने के बाद लोगों ने दोबारा पोल्ट्री उत्पादों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, लेकिन बर्ड फ्लू अगर फैलता है तो फिर उद्योग को भारी नुकसान होगा। 

इंसानों के लिए भी खतरनाक है यह बीमारी
गौरतलब है कि बर्ड फ्लू एक ऐसी बीमारी है, जो सिर्फ पक्षियों को ही नहीं, बल्कि जानवरों और इंसानों के लिए भी उतना ही खतरनाक है। इस बीमारी से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान आसानी से इससे संक्रमित हो जाते हैं। इससे मौत भी हो सकती है। डॉक्टरों के अनुसार इस प्रकार के फ्लू को लेकर वायरस पक्षियों में 105 दिन तक जिंदा रह सकता है। अलबत्ता पक्षी की मौत के बाद भी 4 डिग्री तापमान तक वायरस 23 दिनों तक जिंदा रहता है। इसकी वजह से इंसानों में भी संक्रमण का खतरा लगातार बरकरार रहता है।

इंसान इस तरह होजाते हैं बर्ड फ्लू संक्रमण का शिकार
बर्ड फ्लू को एवियन इंफ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का वायरल इंफेक्शन (संक्रमण) होता है। वैसे तो बर्ड फ्लू कई प्रकार हैं, लेकिन एच 5 एन 1 पहला ऐसा बर्ड फ्लू वायरस था, जिसने पहली बार इंसान को संकखमित किया था। इसका पहला मामला साल 1997 में हांगकांग में सामने आया था। यह बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह के लार या आंखों से निकलने वाले पानी के संपर्क में आने से इंसानों में होती है। 

बर्ड फ्लू का खतरा किसे अधिक? 
मुर्गी पालन से जुड़े लोगों को बर्ड फ्लू का खतरा सबसे अधिक होता है। इसके अलावा संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले लोगों, संक्रमित जगहों पर जाने वाले लोगों, कच्चा या अधपका चिकन या अंडा खाने वाले लोगों को भी इससे ससंक्रमित होने का खतरा रहता है।

क्या है बर्ड फ्लू के लक्षण 
खांसी (आमतौर पर सूखी खांसी),गले में खराश, बंद नाक या नाक बहना, थकान, सिरदर्द, ठंड लगना, तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, नाक से खून बहना, सीने में दर्द अगर आपको महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। 

क्या है बर्ड फ्लू से बचाव के उपाय 
चिकन या अंडा खाने से बचें, समय-समय पर अपने हाथ साबुन-पानी से धोते रहें,    पक्षियों से दूर रहें, ऐसी जगहों पर जाने से बचें, जहां बर्ड फ्लू का प्रकोप है, इंफ्लूएंजा का टीका लगवाने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Tania pathak