बिजली की दरों को लेकर सरकार का घेराव करेगी ज्वाइंट एक्शन कमेटी

punjabkesari.in Tuesday, Jan 01, 2019 - 09:23 AM (IST)

जालंधर(पुनीत): वायदे के मुताबिक बिजली की दरें निर्धारित न होने के चलते टेडर्ज एंड मैन्युफैक्चरर्ज की विभिन्न एसोसिएशनों का प्रतिनिधित्व करने वाली ज्वाइंट एक्शन कमेटी सरकार का घेराव करेगी। कमेटी के वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने का वायदा किया था लेकिन टैक्स व अन्य खर्चे मिलाकर आज भी इंडस्ट्री को 7 रुपए यूनिट से अधिक की दरें लगाई जा रही हैं। वहीं पड़ोसी राज्यों में बिजली सस्ती होने के कारण पंजाब की इंडस्ट्री बड़े स्तर पर वहां पलायन कर चुकी है। सरकार इंडस्ट्री को सहूलियतें देने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रही जिससे इंडस्ट्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो बड़ी संख्या में छोटी इंडस्ट्री बंद होने की कगार पर पहुंच जाएगी जिससे पंजाब में रोजगार के अवसर कम होंगे। 

पावर निगम द्वारा स्मॉल इंडस्ट्री को के.डब्ल्यू.एच. (किलो वाट ऑवर्स) के स्थान पर के.वी.ए.एच. (किलो वोल्ट एम्पियर ऑवर्स) की श्रेणी में रखने का ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने विरोध किया है। कमेटी ने कहा कि के.वी.ए.एच. लागू होने पर पावर फैक्टर को मैनटेन करना होगा, यदि इसे मैनटेन नहीं किया जाएगा तो जुर्माना लगेगा। वक्ताओं ने कहा कि 20 किलो वाट के लिए पावर बैंक का खर्चा 50 हजार से अधिक आएगा जिसकी मार इंडस्ट्री पर पड़ेगी। उक्त पावर बैंक 1 वर्ष तक ही चल पाता है और बीच-बीच में खराब होता रहता है। के.वी.ए.एच. आज से छोटी इंडस्ट्री पर लागू किया जा रहा है। 

स्मॉल इंडस्ट्री के हालात खराब करने की कोशिश : गुरशरण सिंह
ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर गुरशरण सिंह ने कहा कि छोटी इंडस्ट्री पहले ही कई तरह के बोझ तले दबी हुई है, उसके ऊपर टू पार्ट टैरिफ में फंसाकर स्मॉल इंडस्ट्री के हालात और खराब करने की कोशिश की जा रही है जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 5 रुपए यूनिट बिजली का वायदा पूरा नहीं हो पाया, ऊपर से के.वी.ए.एच. में फंसाया जा रहा है। इसके खिलाफ सरकार का घेराव किया जाएगा जिसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार होंगी। 

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